शहीद किसान सम्मेलन में पहुंचे किसान नेता राकेश टिकैत ने ये क्या कह दिया || SAGAR TV 24X7 ||
उल्लेखनीय है कि बैतूल के मुलताई में 12 जनवरी 1998 को जब किसान आंदोलन चलाया जा रहा था तभी पुलिस फायरिंग से 24 किसानों की जान गई थी। तब से लेकर अब तक इस दिन को शहीद किसान सम्मेलन के रूप में मनाया जाता है और सहित किसानों को श्रद्धांजलि दी जाती है। इस मौके पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत भी शामिल हुए और उन्होंने शहीद किसानों को श्रद्धांजलि दी साथ ही परिजनों से मुलाकात की। राकेश टिकैत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि 28 जनवरी की वही काली रात है जब सरकार ने षड्यंत्र करके देश के किसानों पर हमला किया था। लेकिन सरकार द्वारा किसानों को अभी तक मुआवजा नहीं दिया गया। हमारी मांग है कि लख्मीपुर खीरी में जो 50 लाख का मुआवजा दिया गया वह मुआवजा उनको भी दिया जाए और सरकारी नौकरी भी दी जाए। जिन किसानो पर जो मुकदमा दर्ज हुए हैं उसको लेकर सरकार ने कहा है कि जिन राज्यों में उनकी सरकार है वहां के मुकदमे वापिस लिए जाएंगे और समय-समय पर इस तरह के केस वापस हुए हैं। हमारी तरफ से कोई झगड़ा नहीं था सरकार ने और पुलिस ने झगड़ा किया। हमारे लोग मारे गए और हम ही लोगों पर मुकदमा दर्ज कर दिया गया। साथ ही कहा कि एमएसपी कानून की लड़ाई हमारी जारी रहेगी। पूरे देश में किसानों से संबंधित जो घटनाएं घटी हैं उनका ड्राफ्ट तैयार करेंगे। राहुल गांधी ठीक काम कर रहे हैं और जनता के बीच जा रहे हैं। सब लोगों को यात्रा करना चाहिए।