रामचरित मानस पर विवादित बयान के बीच MP में CM शिवराज ने कर दिया बड़ा एलान || STVN INDIA ||
शिवराज बोले- MP के सरकारी स्कूलों में पढ़ाएंगे गीता-रामायण:सुघोष दर्शन कार्यक्रम में कहा- आजादी के बाद एक ही खानदान का बखान हुआ
एंकर--- रामचरित मानस को लेकर चल रहा विवाद कितना आगे जायेगा ये हम नहीं जानते। एक के बाद एक नेता इस ग्रंथ को लेकर अपनी राय दे रहे हैं। पिछले दिनों यूपी के समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के तुलसीदास द्वारा रचित रामायण पर विवादित बयान दिया था और स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि तुलसीदास द्वारा रचित रामायण में कई जगहों पर ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया गया है जिससे दलित समाज की भावनाएं आहत होती हैं। सरकार को तुलसीदास की रामायण पर रोक लगा देनी चाहिए।इस रामायण में दलितों और पिछड़ों का अपमान किया गया है। वही अब मध्यप्रदेश सरकार स्कूलों में धार्मिक ग्रन्थ पढ़ाएगी। एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश के सरकारी स्कूल में गीता और रामायण भी पढ़ाये जाने की घोषणा की। उन्होंने कहा, हम सरकारी स्कूलों में हमारे धर्म ग्रंथों की शिक्षा देंगे। गीता का सार, रामायण, रामसेतु और महाभारत के प्रसंग पढ़ाएंगे। ऐसे लोग, जो महापुरुषों का अपमान करते हैं, उनको सहन नहीं किया जाएगा। मध्यप्रदेश में इन ग्रंथों की शिक्षा देकर हम बच्चों को नैतिक शिक्षा देंगे। बाईट
इतना ही नहीं उन्होंने नेहरू-गाँधी परिवार पर निशाना साधा और इंग्लिस भाषा पर भी सवाल खड़े किये। CM शिवराज ने कहा- आजादी के बाद अंग्रेज तो चले गए, लेकिन हम पर अंग्रेजी लाद दी गई। स्कूलों में कहा जाने लगा कि अंग्रेजी पढ़ाओ, नहीं तो कुछ नहीं हो सकता है। अंग्रेजी जानने वाले विद्वान हों, यह जरूरी नहीं है। मेरे मन में अफसोस होता है, जब मैं देखता हूं कि जगह-जगह अंग्रेजी बोलना गर्व का विषय माना जाता है। वही उन्होंने कहा की आजादी का श्रेय केवल एक खानदान को दिया गया। बाईट
इससे पहले भी सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मेडिकल की पढ़ाई हिंदी में कराये जाने और डॉक्टरों को हिन्दी में दवा लिखने और पर्चे के ऊपर श्री हरि लिखने की सलाह दे दी थी। इस पुरे मासले में आपकी राय क्या है। कमेंट बॉक्स में जरूर लिखे।