उधार के पैसे से मुंबई पहुंचा था Bollywood का ये मशहूर Actor || STVN INDIA ||
फिल्मों में हीरो का किरदार तो लोकप्रिय होता ही है, लेकिन कई बार कुछ ऐसे विलेन भी पर्दे पर नज़र आते हैं, जो हीरो पर भारी पड़ जाते हैं. उनका अंदाज लोगों को इस कदर पसंद आता है कि उनका किरदार हमेशा-हमेशा के लिए लोगों के दिलों पर छा जाता है, जिसे चाहकर भी कभी भुलाया नहीं जा सकता. ऐसा ही एक किरदार रहा है साल 1998 में आई फिल्म चाइना गेट के विलेन जगीरा का. अगर आपने फिल्म चाइना गेट देखी है तो आपको उस फिल्म का खूंखार विलेन जगीरा जरूर याद होगा जगीरा को स्क्रीन पर देख दर्शक भी थरथरा उठते थे। इस किरदार को एक्टर मुकेश तिवारी ने निभाया था। बहुत ही कम एक्टर होते हैं जो पहली ही फिल्म में साइड रोल में अपनी छाप छोड़ जाएं। और मुकेश तिवारी उन्हीं में से एक एक्टर रहे हैं। मुकेश तिवारी ने चाइना गेट से एक्टिंग में डेब्यू किया और इसमें निभाए जगीरा के किरदार से छा गए थे। बाद में मुकेश तिवारी ने वसूली भाई बनकर खूब पॉपुलैरिटी बटोरी। रोहित शेट्टी की गोलमाल में निभाए वसूली भाई के किरदार ने मुकेश तिवारी को घर-घर मशहूर कर दिया। लेकिन कभी मुकेश तिवारी के पास इतने पैसे भी नहीं थे कि वह एक्टर बनने के लिए मुंबई आ सकें। आज वह न सिर्फ खूब नाम और पैसे कमा रहे हैं, बल्कि जरूरतमंद बच्चों की पढ़ाई का खर्च भी उठा रहे हैं। आज हम आपको मुकेश तिवारी के इसी संघर्ष के बारे में बता रहे हैं। मुकेश तिवारी ने खुद अपनी जिंदगी में बहुत स्ट्रगल किया। परिवार में भी दिक्कतें देखीं। यही वजह रही है कि वह बॉलीवुड का हिस्सा बनने के बाद भी अपनी जड़ों को नहीं भूले। वह आज भी लोगों की मदद करते हैं, जो वाकई इंस्पायरिंग है। मुकेश तिवारी ने जिस तरह से फिल्मी दुनिया में शुरुआत की थी। जिस घटना ने उनके अंदर एक्टर बनने का बीज बोया, मुकेश तिवारी का जन्म मध्य प्रदेश के सागर में बेहद साधारण परिवार में हुआ। परिवार में किसी का भी दूर-दूर तक एक्टिंग से कोई नाता नहीं था। पिता की बचपन में ही मौत हो गई थी, जिसके बाद मां ने उन्हें अकेले पाला और परिवार को भी संभाला। मां चाहती थी कि मुकेश तिवारी जल्दी से पढ़-लिखकर कोई नौकरी करे और घर की जिम्मेदारी संभाल ले। मुकेश तिवारी भी अपनी पढ़ाई-लिखाई में लगे थे। कॉलेज में थे तो उन्हें क्रिकेट का चस्का लग गया। लेकिन एक बार जब दोस्त के साथ एक नाटक देख लिया तो उनकी जिंदगी और करियर की दिशा ही बदल गई। मुकेश तिवारी कभी क्रिकेटर बनने का सपना देख रहे थे। लेकिन जब दोस्त के साथ छुपकर एक नाटक देखा तो उन्होंने फैसला कर लिया कि वह अब इसी फील्ड में कुछ करेंगे। किसी भी तरह वो एक दिन हीरो जरूर बनेंगे। परिवार का सपोर्ट ने होने के बाबजूद मुकेश तिवारी पर तो हीरो बनने और एक्टिंग करने की धुन सवार थी। इसी जुनून के चलते मुकेश तिवारी एक ऑर्केस्ट्रा ग्रुप से जुड़ गए। मुकेश तिवारी ऑर्केस्ट्रा ग्रुप के साथ जगह-जगह जाते और छोटे-मोटे शोज करते। मुकेश तिवारी का एनएसडी में सिलेक्शन हो गया और वह थिएटर की दुनिया से जुड़ गए।इसी थिएटर की दुनिया से मुकेश तिवारी की फिल्मों में एंट्री हुई। एक्टर नसीरुद्दीन शाह ने मुकेश तिवारी को एक नाटक में देखा था और मुंबई से उन्हें फिल्म चाइना गेट के लिए फोन किया। मुकेश तिवारी को चाइना गेट में खूंखार जगीरा के रोल के लिए साइन कर लिया गया। यहीं से मुकेश तिवारी की किस्मत पलट गई और उन्होंने ढेरों फिल्में कीं। मुकेश तिवारी का फिल्मी सफर अभी भी जारी है। मुकेश तिवारी जिस बिल्डिंग में रहते हैं, वहां के दो बच्चों की स्कूल की फीस का खर्चा उन्होंने उठाया है। इसके अलावा मुकेश तिवारी ने अपने शहर सागर के भी कुछ बच्चों की पढ़ाई का जिम्मा भी उठाया हुआ है, जो सराहनीय है।