घोटाला छुपाने रोजगार सहायक ने खुद पर करवाई फायरिंग, निष्पक्ष जांच की मांग !
छतरपुर जिले के बकस्वाहा थाना अंतर्गत आने वाले ग्राम चाचीसेमरा में हुए रोजगार सहायक और तत्कालीन पंचायत प्रभारी सचिव गोलीकांड में अब एक नया मोड़ आ गया है। सडक पर उतरे सरपंचों ने कहा कि घोटाला छुपाने के लिए उसने खुद इस घटना को अंजाम दिया था। ताकि वह सरपंच को झूठे प्रकरण में फंसाकर दबाब बना सकें। इस मौके पर सरपंचों ने तहसीलदार और थाना प्रभारी को ज्ञापन भी सौंपा और निष्पक्ष जांच कराए जाने की मांग की। वीओ तहसीलदार और थाना प्रभारी के पास पहुंचे सरपंच संघ ने बताया कि पूर्व सरपंच और तत्कालीन पंचायत प्रभारी सचिव बाबूलाल पटेलिया द्वारा पूर्व में किए गए घोटालों की शिकायत सरपंच द्वारा की जा रही थी, जिसको लेकर उसने नाराजगी व्यक्त कर शिकायती आवेदन वापस लेने को सरपंच से कहा था, लेकिन सरपंच नहीं माने और उसने षड्यंत्र रच कर स्वयं इस वारदात को अंजाम दिया और अब वह सरपंच को झूठे प्रकरण में फंसा कर दबाव बनाया जा रहा है, वह अपनी शिकायत वापस ले ले। सरपंचो ने कहा कि इस मामले में जो प्रकरण सरपंच पर दर्ज किया गया है उसकी निष्पक्ष जांच कराई जाए ताकि षड्यंत्र का पर्दाफाश हो सकें। बताया जाता है कि बाबूलाल पटेलिया पहले चाची सेमरा पंचायत के प्रभारी सचिव थे और उनकी पत्नी सरपंच थी, इस दौरान पंचायत में लाखों रुपए के निर्माण कार्य केवल कागजों में ही कराए गए थे, जिसकी शिकायत ग्रामीणों सहित वर्तमान सरपंच ने शासन और जिला प्रशासन से की थी। जिसकी जांच जनपद पंचायत बक्सवाहा को सौंपी गई थी, लेकिन जांचकर्ताओं ने जांच रिपोर्ट सार्वजनिक ना कर एक लंबे समय तक उसे दबाया रखा। परिणाम स्वरूप अंजाम ये निकला कि तत्कालीन प्रभारी सचिव ने वर्तमान सरपंच पर दबाव बनाने के लिए खुर पर गोली चलवा दी। गौरतलब है कि 6 फरवरी की रात बाबूलाल पटेलिया के साथ मारपीट और फायरिंग की वारदात सामने आई थी। उसे घायल अवस्था में दमोह जिला अस्पताल रेफर किया गया था।