10 रुपए के फटे नोट पर फंस गए पंडोखर सरकार,ढूंढने पर भी नहीं मिला नोट फिर देखिये क्या हुआ
एमपी में इन दिनों दिव्य दरबारों की खूब चर्चा है। बागेश्वर घाम के महंत धीरेन्द्र शास्त्री हो या पंडोखर सरकार गुरुशरण दोनों के दिव्य दरबारों के वीडियो सोशल मीडिया पर ट्रैंडिंग है। ऐसे ही पंडोखर सरकार ने दो दिन भोपाल में दिव्य दरबार लगाया। पहले दिन के दरबार में एक व्यक्ति की जेब में 10 रुपए का फटा नोट और उसका नंबर बताकर वो खुद फंसते दिखे । दरसअल हुआ यूँ की पंडोखर सरकार ने उस से कहा की तुम्हारे पास एक 10 रुपए का फटा नोट है। ये भी बताया कि ये नोट महात्मा गांधी की फोटो से लेकर अशोक चिन्ह तक फटा हुआ है। शॉट्स साढ़े नौ मिनट तक गुरुशरण बार-बार दावा करते रहे कि 10 रुपए का फटा नोट उनकी जेब से जरूर निकलेगा, लेकिन 11 मिनट की कोशिश में भी ऐसा नहीं हो सका। उस व्यक्ति की जेब से 500 और 100 रुपए के नोट निकले। पर्स, पेंट और शर्ट की किसी भी जेब से 10 रुपए का नोट नहीं निकला। इसके बाद फिर पंडोखर सरकार ने एक मीडियाकर्मी को बुलाया और कहा कि आप इन नोटों के बीच 10 का नोट ढूंढिए। पर्स में ढूंढिए। शॉट्स अगले डेढ़ मिनट तक वो व्यक्ति भी पंडोखर सरकार के सामने उस व्यक्ति के पर्स और जेब को तलाशता रहा, लेकिन नोट मिल ही नहीं रहा था। करीब 13 मिनट तक मंच पर उस व्यक्ति की जेब से 10 रुपए का फटा नोट ढूंढने की मशक्कत चलती रही, लेकिन नोट नहीं मिला। मंच से ही गुरुशरण ने अचानक अपनी बात से पलटे और पर्चा दिखा दिया। कहा कि इस पर्चे में हम पहले ही लिख चुके हैं कि 10 रुपए का नोट नहीं मिलेगा। शॉट फिर उन्होंने 500 के नोट और एटीएम कार्ड के नंबर बताने शुरू कर दिए, लेकिन आखिरी में फिर बोल पड़े कि मैं दावे से कह रहा हूं कि घर जाकर ढूंढिएगा, वो 10 का नोट भी जरूर मिलेगा।