अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण नहीं होगा तब तक नगर में निकाली जायेगी प्रभात फेरी
सागर जिले के राहतगढ़ में 36 साल से निकल रही प्रभात फेरी का स्वागत किया गया। चाहे गर्मी, ठंड हो या बारिश हो ये भगवान के भक्त कभी नहीं रुके। सुबह 4 बजे वाद्य यंत्र उठाकर प्रभात फेरी निकालना शुरू कर देते हैं सुंदरकांड की चौपाई तो कभी रामचरितमानस के दोहे करते भगवान का नाम लेते नगर में प्रभात फेरी निकालते हैं। प्रभात फेरी की षुरूआत के बारे में बताया जाता है कि सन 1987 में भारती जी जो एक सनातन धर्म के सिद्ध पुरुष थे, उनके सामने खचोरी लाल चौरसिया, मनु लाल चौरसिया, कंछेदी लाल श्रीवास्तव आदि ने संकल्प लिया था कि जब तक अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण नहीं होगा तब तक नगर में प्रभात फेरी निकाली जाएगी। आज मंदिर निर्माण का काम शुरू हो गया लेकिन प्रभातफरी यथावत निकल रही है। जब यह प्रभात फेरी नगर के पुराने थाने के पास पहुंची तो सरस्वती शिशु मंदिर की रिटायर्ड शिक्षिका गायत्री तिवारी ने प्रभात फेरी वालों की पहले तो आरती उतारी फिर माला पहनाकर तिलक लगाकर साल श्रीफल से सभी का स्वागत किया। स्वागत से सभी भावविभोर हो गए। प्रभात फेरी में षामिल सीताराम पटेल, जगन्नाथ विश्वकर्मा, रामदास सोनी, रम्मू सिलावट, रघुवीर विश्वकर्मा, लल्ला सेन, अन्नू नेमा, भरत सिलावट सहित अन्य लोगों ने कहा कि जब तक हम लोग हैं तब तक यह प्रभात फेरी निरंतर निकलती रहेगी। इसके बाद हमारे परिवार के सदस्य और नगर वासी आगे बढ़ाते जाएंगे