सागर-माँ की इच्छा को पूरा करने बेटी बनी सिविल जज, प्रदेश में किया नाम रोशन
सागर की बेटी बनी सिविल जज माँ की इच्छा को किया पूरा !
सागर-माँ की इच्छा को पूरा करने बेटी बनी सिविल जज, प्रदेश में किया नाम रोशन
माँ की इच्छा को पूरा करने बेटी बनी सिविल जज
संघर्षों में पली बढ़ी बेटी ने प्रदेश में 25 वीं रैंक हासिल की
परिवार के साथ जिले का नाम प्रदेश में किया रोशन 13 साल की उम्र में हो गया था पिता का निधन
माँ की परवरिश पर खरी उतरी बेटी ने हासिल की उपलब्धि
13 साल की उम्र में सिर से पिता का साया उठ जाने के बाद संघर्षों में पली-बढ़ी बेटी ने आज अपने परिवार ही नहीं सागर जिले का नाम भी रोशन कर दिया है, मां की इच्छा थी कि बेटी लॉ पढ़ाई कर जज बने, इसलिए उसने खूब लगन और मेहनत से पढ़ाई की, अब सिविल जज की परीक्षा पास कर मां की इच्छा को भी पूरा कर दिया है, साथ ही माँ परवरिश पर भी वह खरी उतरी है। दरअसल हम शहर के स्नेह नगर में रहने वाली 26 वर्षीय पलक प्रजापति की बात कर रहे हैं जिसने दूसरी बार में ही सिविल जज की परीक्षा पास की है पलक ने मध्य प्रदेश में ओबीसी कोटे से 25वी रैंक हासिल की है, उसने सेल्फ स्टडी की है वही सीनियर और शिक्षकों का भी अच्छा सहयोग मिला, साथ में मां का सपोर्ट तो था ही, बता दें कि साल 2010 में 13 साल की उम्र में पलक के पिता पुरुषोत्तम प्रजापति का बीमारी की वजह से निधन हो गया था, ऐसे में उनकी मां श्रीमती कमलेश ने संभाला और बेटी की परवरिश की, पलक ने शुरुआती पढ़ाई वात्सल्य स्कूल से की थी इसके बाद डॉ हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय से लॉ किया, 2019 मैं ग्रेजुएशन करने के बाद सिविल जज की तैयारी शुरू की, इसी दौरान कोरोना आ गया, इस समय में जब लोग अपने घरों में रहना टाइमपास बता रहे थे उसी समय को पलक ने अपने अच्छे समय में कन्वर्ट किया और खूब मेहनत से पढ़ाई की जिसका नतीजा यह हुआ कि पहली ही बार में उसने प्री और मेंस क्लियर कर लिया लेकिन इंटरव्यू में थोड़ा कमजोर पड़ गई, दूसरी बार फिर तैयारी शुरू की और जो खामियां थी उनको दूर किया, वही पलक की मां कहती हैं कि बेटी का शुरू से ही इसी फील्ड में जाने का रुझान था जो हम लोगों को देखने लगा था हम लोगों ने बेटी को उसी और जाने मोटिवेट किया, जिसकी वजह से आज यह उपलब्धि हासिल की है हमें अपनी बेटी पर गर्व है, पलक दो बहन और एक भाई है बड़ी बहन की शादी हो चुकी है जबकि भाई सुदीप गवर्नमेंट नौकरी में है ।