सागर-लव मैरिज के बाद जेल गया प्रेमी, अब भी प्रेमिका को पत्नी की तरह रखने तैयार ! || SAGAR TV NEWS ||
पहली नजर में ही देख लड़की लड़के को दिल दे बैठी, और फिर दोनों के बीच बातचीत का सिलसिला शुरू हो गया, प्यार प्यार हुआ इकरार हुआ और शादी हो गई, प्रेमी प्रेमिका शादी के बाद 4 महीने तक साथ रहे, सब कुछ ठीक चल रहा था लेकिन प्रेमिका ने पहले तलाक और फिर अपहरण का मामला दर्ज कर प्रेमी को जेल भिजवा दिया, कोर्ट में केस चला जहां से तलाक का केस खारिज हुआ और अपहरण का मामला भी झूठा पाया गया, मामला सागर जिले का है जहां पर बाघराज वार्ड के पंडापुरा में रहने वाले प्रेम पटेल संगीत प्ले का काम करते हैं, वह साल 2019 में एक कार्यक्रम में बिलहरा पहुंचे, जहां पर लड़की ने फेसबुक से नंबर निकाल कर उसे फोन लगाया जिसके बाद दोनों के बीच बातचीत होने लगी नजदीकियां बढ़ गई, घर वालों को भी इसके बारे में पता चला लेकिन इन दोनों ने आर्य समाज के तहत शादी कर ली. 4 महीने तक साथ रहे जनवरी 2020 के महीने में प्रेमिका के परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई फिर अचानक ने लड़के से धारा 13 के तहत परिवार कुटुंब न्यायालय में तलाक का केस फ़ाइल कर दिया, इसके बाद प्रेम ने भी अपने वकील के माध्यम से हिंदू विवाह अधिनियम की धारा 9 के तहत केस लगाया। इस मामले की पहली पेशी 14 फरवरी 2020 को हुई, जिसके बाद उस प्रेम और उसके पिता पर अपहरण के मामले में गिरफ्तार किया गया, फिर न्यायलय में पेश कर जेल भेज दिया और 6 दिनों तक दोनों को जेल में रहना पड़ा जमानत के बाद जेल से बाहर आये, 12 दिसंबर 2022 को कुटुंब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश आशिता श्रीवास्तव ने इस शादी को मानते हुए तलाक की अर्जी खारिज कर साथ रहने का आदेश दिया वहीं इसके बाद 24 फरवरी को द्वितीय अपर सत्र न्यायाधीश शिवबालक साहू की अदालत ने भी अपहरण का मामला झूठा पाया जिसके बाद पीड़ितों के लिए मामला दर्ज कराने वाले लोगों से 1-1 हजार रुपए की राशि देने के लिए कहा है तलाक का केस खारिज होने के बाद भी प्रेमिका ने फिर से तलाक के लिए अर्जी लगाई है जबकि प्रेमी यह तलाक नहीं देना चाहता है वह अभी भी प्रेमिका को अपने साथ रखने के लिए तैयार है लेकिन प्रेम पटेल अब इसमें झूठे गवाहों और कार्रवाई करने वाले लोगों पर कार्यवाही की मांग कर रहा है।