मंत्री चिल्लाते रहे अस्पताल में,डॉक्टर-नर्स-चौकीदार कोई है,3 कर्मचारी निलंबित
एमपी में कोरोना महामारी के हालात में सरकारी अस्पतालों के क्या हाल है इसका एक नाटकीय घटनाक्रम सागर जिले के गढ़ाकोटा के सरकारी अस्पताल में देखने मिला। जहाँ प्रदेश के PWD मंत्री ने अपनी सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्थाओ की पोल खोल दी या यूं कहें कि कटघरे में खड़ा कर दिया। दरअसल हुआ यूं की देर रात ढाई बजे प्रदेश के PWD मंत्री गोपाल भार्गव अपने विधानसभा क्षेत्र और गृहनगर गढ़ाकोटा सरकारी अस्पताल पहुंचे लेकिन अस्पताल में उन्हें कोई दिखाई नही दिया फिर क्या था उन्होंने खाली अस्पताल में कोई है ..... कोई है की जोर से आवाज़ लगाना शुरू कर दिया। और इसका बाकायदा एक वीडियो भी बनता रहा।
मंत्री जी अस्पताल के हर कमरे दर कमरे में दौड़ते रहे, लेकिन डॉक्टर-कंपाउंडर-नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ तो छोड़िये कोई चौकीदार तक इनको नहीं मिला। तकरीबन आधा घंटा तक अस्पताल में घूमने के बाद अपने सहयोगिओं के साथ लौट आये। जब मंत्री जी चिल्लाते-चिल्लाते थक गए कि गरीब की, बीमार की कोई तो सुन लो, कोई हो तो सुन लो, किसी के नहीं सुनने पर मंत्री जी बोले बहुत अच्छा है, बहुत बढ़िया।
बता दे कि मंत्री पंडित गोपाल भार्गव इस बात शिकायत मिलने पर अपनी स्कूटी से रात के 2:30 बजे गढ़ाकोटा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जा पहुंचे और अपनी आँखों से गढ़ाकोटा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रही करतूत भी देखी। अस्पताल में घोर लापरवही को देख कर मंत्री गोपाल भार्गव ने अपनी पीड़ा फेसबुक पोस्ट के जरिये लिखी लेकिन इस मामले में कैमरे पर कुछ नही कहा।
वीडियो देखने के बाद CMHO
एमएस सागर गढ़ाकोटा पहुंचे। उन्होंने कहा की इसमें लापरवाही बरतने 3 कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। डॉक्टर और बीएमओ को कारण बताओ नोटिस जारी किये गए है। और संतोष जनक जबाब नहीं मिला तो वेतन रोकने के लिए भी कमिश्नर को प्रस्ताव भेजेंगे।