CM मोहन यादव बोले राम के काम में राजनीति नहीं होनी चाहिए। निमंत्रण ठुकराने पर माफी मांगे कांग्रेस।
जो राम का नहीं हो किसी का नहीं। राम मंदिर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद बन रहा है। राम अपने घर नहीं आएंगे तो कहां जाएंगे। कांग्रेस को रामलाल प्राण—प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकराने का नतीजा भुगतना होगा। यह बात मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सतना जिले में आयोजित संकल्प यात्रा के दौरान कही।
राम मंदिर पर कांग्रेस के रुख को लेकर सीएम ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व को देश के नहीं बल्कि पूरी दुनिया के हिंदुओं से माफी माफी मांगनी चाहिए। हिंदू का अपमान कर कोई आगे नहीं बढ़ सकता। कांग्रेस हिंदु—मुस्लिम टकराव का रास्ता देख रही है।
मंदिर के खिलाफ केस लड़ने वाले मुस्लिम बंधुओं ने तक सहमति दी है। इसके बाद ऐसा रवैया है। राम के काम में राजनीति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने प्रधानमंत्री के प्रयासों की जमकर तारीफ की। उज्जवला योजना, महिला सशक्तिकरण आदि का उदाहरण देते हुए कहा पीएम ने आम गरीबों के लिए काम किया है।
देश की जनता ने उन्हें पीएम बनाया है। मोदी जी की गारंटी का मतलब काम होना ही है। पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों का जिक्र भी उन्होंने किया। सतना, चित्रकूट की धरती को उन्होंने अदृभुत बताया। भगवान ने यहां वनवास के दौरान 11 साल बिताए।
हनुमानजी ने तुलसीदास जी को यहीं पर भगवान राम के दर्शन कराए थे। राम इस जिले के वासी रहे हैं। आने वाली 22 तारीख को हम सब दिवाली मनाएंगे। क्षेत्रीय विकास के लिए उन्होंने 50 करोड़ से ज्यादा के 38 विकास कार्यों का लोकार्पण भी किया।