Sagar - प्रेमिका के नहीं मिलने से नाराज युवक धरना पर ! सावित्री के प्यार में..
सागर शहर के प्रमुख धरना स्थल तीन मढ़िया पर एक युवक धरना दे रहा है। उसका नाम टिप्पू है। उसने धरना स्थल पर बाकायदा एक बैनर भी लगा रखा है। जिस पर उसने बुंदेली टोन में लिखा है सावित्री के प्यार में..... दस दिन को अनशन। ये ब्योरा पढ़कर आश्चर्य हुआ न। होना भी चाहिए क्योंकि यह सच नहीं है।
दरअसल तीन मढ़िया पर दो दिन से एक वेबसीरीज की शूटिंग हो रही है। जिसके प्रमुख सीन का फिल्मांकन यहां किया जा रहा है। इस वेबसीरीज का नाम दस दिन का अनशन है। जो देश के जाने-माने व्यंग्यकार स्व. हरिशंकर परसाईजी के एक लेख पर आधारित है। इस वेबसीरीज का डायरेक्शन स्थानीय युवा आदित्य निर्मलकर कर रहे हैं। जबकि निर्माता रिशांक तिवारी हैं।
प्रोड्यूसर रिशांक तिवारी ने बताया ने कि वह कई सालों से रंग मंच से जुड़े हुए हैं बुंदेलखंड में प्रतिभाओं की कमी नहीं है लेकिन उन्हें अच्छा मंच नहीं मिलता है इसलिए इन प्रतिभाओं को मौका देने के लिए वेब सीरीज तैयार की जा रही है यह कॉमेडी वेब सीरीज है, इसमें नेता को गांव की एक लड़की से प्यार हो जाता है,
लेकिन फिर ऐसा कुछ होता है कि वह लड़की उसे नहीं मिल पाती है। कुछ शराराती और स्वार्थी टाइप के लोग उसे शहर के प्रमुख चौराहे पर धरने की सलाह देते हैं। जो धीरे-धीरे काम करने लगी है। टिप्पू पूरे शहर में मशहूर हो जाता है। उसकी शोहरत, क्षेत्र से विधायक के टिकट लायक हो जाती है। लेकिन इससे पहले इस कहानी में कई दिलचस्प मोड़ आते हैं। जो लोगों को गुदगुदाते रहेंगे।
वही निर्देशक आदित्य निर्मलकर ने बताया कि यह पूरी कहानी 90 मिनट की है। जिसे 15-15 मिनट के एपिसोड में बांटकर रिलीज किया जाएगा। फिल्मोग्राफी ओटीटी चैनल्स द्वारा सुझाए गए कैमरों से की गई है। विषय ऐसा है कि यह वेब सीरीज अमेजॉन मिनी पर सिलेक्ट हो सकती है। हम लोग नेटफ्लिक्स पर भी प्रयास करेंगे। व्यस्ततम चौराहे पर शूट करने के सवाल पर निर्देशक ने कहा कि हम लोगों ने इसके लिए यातायात पुलिस से बाकायदा परमिशन ली है। पुलिस-प्रशासन का हमें उचित सहयोग मिल रहा है।