Sagar-मुंशी प्रेमचंद के उपन्यास की तर्ज पर नाटक के गुण सीख रहे बच्चे, होनहार बनने का है जुनून
सागर में इन दिनों नाटक और संगीत के गुण सिखाने के लिए पांच दिवसीय कार्यशाला चल रही है। कार्यशाला का आयोजन दिव्य रंग एकता वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा कराया गया है। इसमें अलग-अलग उम्र के बच्चे नाटक और संगीत के गुण सीख रहे हैं। यह ग्रुप 2014 से सागर में काम कर रहा है।
इसने कई कलाकार नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा को दिए हैं। इसके अलावा नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा ने इस थिएटर ग्रुप को रंगमंच की उपाधि भी दी है। ग्रुप ने मुंशी प्रेमचंद की गोदान की तर्ज पर लिखे नाटक का भी मंचन किया है। अब यह ग्रुप सागर के बच्चों को रंगमंच के लिए तैयार कर रहा है। ग्रुप के क्रिएटिव आर्टिस्ट अश्विनी सागर ने बताया कि अगर बच्चों को सही उम्र में ये गुण सिखाया जाएं तो आने वाले समय में हम इन्ही बच्चों को बड़े परदे पर देख पाएंगे।
कार्यशाला में हिस्सा लेने वाली अंकिता ने बताया कि कम उम्र में बच्चों का ऐसी कार्यशाला में भाग लेना उनके दिमाग को क्रिएटिव बनता है। यहां बच्चों ने गायन, वादन और नाटक के गुण सीखे हैं। आपको बता दे कि मशहूर एक्टर राजबब्बर की पत्नी नादिरा बब्बर के साथ काम करने वाली सोनाली भी इस कार्यशाला में शामिल हैं। उनके अनुभवों से भी बच्चे बहुत कुछ सीख रहे हैं। कुल मिलाकर बच्चों को छुट्टियों में बहुत कुछ सीखने को मिल रहा है। ब्यूरो रिपोर्ट सागर टीवी न्यूज