सागर कांग्रेस में दिखी गुटबाजी, शहर और ग्रामीण अध्यक्ष उलझे
लोकसभा के चुनाव सर पर हैं भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशी अपनी जीत के लिए एड़ी चोटी का जोर लग रहे हैं सागर लोकसभा सीट कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती है लेकिन यहां नेताओं का समन्वय कांग्रेस प्रत्याशी के लिए उससे भी बड़ी चुनौती बना हुआ है एक तो कांग्रेस नेताओं के भाजपा में शामिल होने की होड़ मची है, तो दूसरी तरफ शहर और ग्रामीण कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है, इसकी बानगी कांग्रेस कार्यालय के बाहर हुए विरोध प्रदर्शन में देखी गई, दरअसल विरोध प्रदर्शन धरने के दौरान शहर अध्यक्ष राजकुमार पचौरी और ग्रामीण अध्यक्ष आनंद अहिरवार के बीच तीखी बहस हुई।
प्रशासन के अधिकारी ज्ञापन लेने धरना स्थल पर आ गये थे, उस समय आनंद अहिरवार का संबोधन चल रह था। उन्हें संबोधन जल्द समाप्त करने के लिए कहा गया जिससे राजकुमार पचौरी का संबोधन हो सके, लेकिन अहिरवार का संबोधन थोड़ा लंबा चल जिससे पचौरी नाराज हो गये। उन्होंने अपने संबोधन के दौरान सार्वजनिक रूप से कहा कि अगली बार से शहर कांग्रेस और ग्रामीण कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन आयोजन अलग अलग होंगे,
वहीं इसके बाद ज्ञापन देने से पहले जब ग्रामीण अध्यक्ष अपने मोबाइल से आवेदन की फोटो खींचने की कोशिश कर रहे थे तब शहर अध्यक्ष ने उस आवेदन को उनके हाथ से छीन लिया और फोटो नहीं खींचने दी, इस तरह चुनाव की पूर्व बेला में कांग्रेस की दोनों ईकाईयों का मतभेद उजागर हो गया।