सागर-गर्मी आने के पहले कर्रापुर नगर परिषद के 21 टैंकर चोरी, पुलिस क्यों नहीं लिख रही एफआईआर ?
नगर परिषद के 21 टैंकर चोरी ! सीएमओ ने की थाने में शिकायत
सागर-गर्मी आने के पहले कर्रापुर नगर परिषद के 21 टैंकर चोरी, पुलिस क्यों नहीं लिख रही एफआईआर ?
सागर जिले की कर्रापुर नगर परिषद से पानी के 21 टैंकरों के चोरी होने का मामला सामने आया है। चोरी गए टैंकरों की कीमत 25 लाख रुपए बताई जा रही है। सीएमओ मनीष परते ने चोरी की लिखित शिकायत पुलिस चौकी में की है। पुलिस ने फिलहाल एफआईआर न कर सीएमओ से चोरी का विवरण मांगा है। इतनी बड़ी संख्या में टैंकर चोरी होने से नगर परिषद के कर्मचारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो गए हैं।
नगर परिषद ने कर्रापुर के लोगों की प्यास बुझाने के लिए 22 टैंकर खरीदे थे। आज परिषद के पास केवल एक टैंकर बचा है। पूरे 21 टैंकर चोरी हो गए हैं। इस चोरी की घटना से कर्रापुर समेत नगरीय प्रशासन विभाग में हड़कंप मच गया है। गर्मी आते ही जब पानी के इंतजामों की समीक्षा हुई तब पता चला कि टैंकर तो चोरी हो गए हैं। परिषद को करीब 25 लाख रुपए का चूना लगा है। अब परिषद के सामने लोगों की प्यास बुझाने का संकट खड़ा हो गया है। परिषद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी मनीष परते टेंशन में आ गए हैं। उन्होंने इसकी लिखित शिकायत कर्रापुर पुलिस चौकी में की है। चौकी प्रभारी भूपेंद्र विश्वकर्मा ने चोरी की शिकायत को अधूरा बताते हुए सीएमओ से टैंकर चोरी का समय सहित अन्य जानकारियां मांगी हैं। इससे फिलहाल एफआईआर का मामला टल गया है। सीएमओ मनीष परते का कहना है कि हमारे पास 22 टैंकर थे। लेकिन अब केवल एक बचा है। कर्मचारियों की लापरवाही से टैंकर गायब हुए हैं। जिस किसी के यहां शादी, तेरहवीं या अन्य कार्यों से टैंकर भेजे गए वो वहीं छोड़ दिए गए। पुलिस में शिकायत कर दी है। सात टैंकर वापस भी मिल गए हैं। उम्मीद है कि जल्द ही सारे टैंकर मिल जाएंगे। बहरहाल चोरी की एफआईआर लिखाने वाले सीएमओ के सुर बदलते दिख रहे हैं। पुलिस के जानकारी मांगने पर चोरी का मामला लापरवाही की तरफ मुड़ता दिख रहा है। अब सवाल यह उठ रहा है कि इस लापरवाही की जांच के बिना ही सीएमओ ने कैसे अनुमान लगाया कि टैंकर चोरी हुए हैं। पुलिस ने चोरी के मामले की गेंद वापस सीएमओ के पाले में फेंक दी है। अब देखना यह है कि इस रहस्यमयी चोरी का खुलासा कब तक पूरा होता है।