महाराज पति को वोट मांगने महारानी ने संभाला मोर्चा, बोलीं वोट नहीं दोगे तो आगे मांगने का हक खत्म
अशोकनगर— लोकसभा चुनाव आते ही राज परिवारों की महिलाएं भी आम जनता के बीच वोट मांगने पहुंचने लगी हैं। गुना-शिवपुरी सीट से भाजपा प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शिनी राजे ने मुंगावली में जनसंपर्क किया। मातृ शक्ति वंदन संवाद में उन्होंने जनता और अपने परिवार का 300 साल पुराना नाता याद दिलाया। मुंगावली के विकास में अपने पति के 20 साल के योगदान को सराहा।
उन्होंने कहा कि शादी के बाद जब यहां आई थी उसी समय हमें एक चीज सिखाई गई थी की जीना यहां मरना यहां। जो भी काम करना है वो यहां ही करना है। यहां मुंगावली शहर में जब हम पहले आए थे तब इतना बड़ा शहर नहीं हुआ करता था। काफ़ी महिलाएं जिनकी शादी 5 साल पहले हुई होगी उनको भी नहीं मालूम होगा की मुंगावली में क्या होता था। लोग कैसे रहते थे। आज मुंगावली में रोड ट्रेन कनेक्शन, अस्पताल, स्कूल खुल गए हैं।
खुल यह सब महाराज का 20 साल का प्रयास है। उन्होंने झाड़ उगाने का तरीका बताया उसी से सहारा देने की बात कही। फिर सेल्फी के बटन की तरह वोट देने की समझाइश दी। इसके बाद बोलीं वोट देना हमारा अधिकार है। मतदान के दिन 7 मई को उन्होंने पुरुषों से मौनव्रत रखने की अपील की ताकि महिलाएं वोट कर सकें। उन्होंने कहा कि अगर हम वोट नहीं देते तो बाद में हमें मांगने का हक नहीं रह जाता। गौरतलब है कि पिछले लोकसभा चुनाव में सिंधिया कांग्रेस की तरफ से प्रत्याशी थे।
जबकि भाजपा ने केपी यादव को टिकट दिया था। इसमें सिंधिया को करारी हार का सामना करना पड़ा था। यह बात अलग रही कि हार कर भी सिंधिया केंद्रीय मंत्री बन गए और सिंधिया जैसी हस्ती को हराने वाले केपी यादव का इस बार टिकट ही कट गया। मैदान पूरी तरह बदल गया है। अब सिंधिया भाजपा की तरफ से मैदान में हैं। उनकी पत्नी ने भी मोर्चा संभाल रखा है ऐसे में देखना यह होगा कि इस बार परिणाम क्या आता है।