Sagar-मालिक के अंतिम संस्कार में मुक्तिधाम पहुंची गाय, नम आँखों से दी अंतिम विदाई
कहते हैं कि प्रेम और स्नेह में इतनी शक्ति होती है कि वह इंसान तो इंसान किसी पशु , पक्षी को भी अपनी ओर खींच लेती है. कुछ ऐसा ही नजारा सागर के खिमलासा में देखने को मिला, जहां पर एक गाय के मालिक का निधन होने के बाद उसकी गाय की न सिर्फ आंखें नम हो गई. बल्कि वह भी अन्य लोगों की तरह ही अपने मालिक को अंतिम विदाई देने के लिए श्मशान घाट तक जा पहुंची, अब गाय का अपने मालिक के अंतिम संस्कार में पहुंचना चर्चा का विषय बना हुआ है,
दरअसल खिमलासा में महीप सिंह यादव का बुधवार को करीब 80 वर्ष की आयु में निधन हो गया, जो कि वह गौ सेवक थे और जानवरों से बहुत प्रेम करते थे। उनके निधन के बाद एक गाय उनकी अंतिम यात्रा में रोते हुए घर से मुक्तिधाम तक गई। इतना ही नहीं जब मुखाग्नि के बाद लोगों ने चिता की परिक्रमा की, तो गाय ने रोते हुए परिक्रमा लगाई।
यह देखकर अंतिम यात्रा में शामिल लोगों की आंखें भी भर आईं, जब लोग मुक्तिधाम से घर वापस आए, तो वह भी रोते हुए घर पहुंची। खिमलासा ग्राम पंचायत के सरपंच अशोक साहू ने बताया कि महीप सिंह गायों की बहुत सेवा करते थे। इंसान और जानवर के बीच ऐसा प्यार पहली बार देखने को मिला। इसे देखकर सभी लोग भावुक हो गए