Sagar-मौसम ने फिर ली करवट, चने के आकर के बरसे ओले, आगे भी सताएगा मौसम ?
सागर में गर्मी के बीच सोमवार को एक बार फिर बादलों की गड़गड़ाहट सुनाई देने लगी। रविवार रात से ही अलग-अलग स्थानों पर बूंदाबांदी शुरू हो गई थी। सोमवार सुबह से सागर में बादल छाए रहे। गोपालगंज, यूनिवर्सिटी क्षेत्र पर पानी बरसने से सड़के तरबतर हो गईं। दोपहर के समय भी धूप-छांव का दौर जारी रहा। वहीं ग्रामीण इलाकों में हवाओं के साथ झमाझम बारिश हुई। इस दौरान देवरी, गौरझामर क्षेत्र के कुछ ग्रामों में ओलावृष्टि भी हुई।
बारिश और चने के आकार के ओले गिरने से किसानों की चिंता बढ़ गई है। खेतों में किसानों की गेहूं की फसल कटी हुई रखी है। कुछ खेतों में फसल खड़ी भी है। जिसमें पानी लगने से किसानों को नुकसान होने का खतरा बना हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार 11 अप्रैल तक सागर समेत पूरे प्रदेश में हल्की बारिश होने की संभावना है। इस दौरान तेज हवा-आंधी भी चल सकती हैं। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार बंगाल की खाड़ी के उत्तरी हिस्से में चक्रवाती हवाएं सक्रिय हैं। एक के बाद एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस उत्तरप्रदेश के ऊपर सक्रिय हैं।
राजस्थान के दक्षिणी हिस्से में एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम सक्रिय है। इस कारण अरब सागर से नमी लेकर हवाएं आ रही हैं। बंगाल की खाड़ी से भी हवाएं नमी लेकर आ रही हैं। इस कारण से भी प्रदेश में मौसम बदला है। 11 अप्रैल तक लगातार बारिश, ओले और तेज हवाएं चलने का अनुमान है।
13-14 अप्रैल को दो वेस्टर्न डिस्टरबेंस और एक्टिव होंगे। इस वजह से मौजूद सिस्टम भी स्ट्रांन्ग होगा। जिसके असर से बारिश हो सकती है। सोमवार को सागर का अधिकतम तापमान 34.4 डिग्री और न्यूनतम पारा 17.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। किसान अनहोनी को लेकर चिंता में डूबे दिख रहे हैं।