Sagar - हाथों में पानी के कुप्पे लेकर मुख्यालय पहुंची महिलाएं, बोलीं पानी नहीं तो वोट नहीं ?
विकास के शोर के बीच सागर जिले में सालों से ग्रामीणों के जलसंकट से जूझने का मामला सामने आया है। परेशान ग्रामीणों ने इस बार लोकसभा में वोट देने की शर्त रख दी है। लोगों का कहना है कि पानी नहीं मिला तो वोट भी नहीं देंगे। गांववासी बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं। नेता और अधिकारी झूठे वादे करते रहते हैं। इस बार हम उनके झांसे में नहीं आएंगे। मतदान बहिष्कार की यह चेतावनी देवरी जनपद के सिलारी गांव से आई है।
महिलाएं हाथों में पानी के खाली कुप्पे लेकर मुख्यालय पर रैली निकालकर पहुंचे थे। उनके हाथों में तख्तियां भी थीं जिन पर पानी नहीं तो वोट नहीं के नारे लिखे थे। देवरी थाना प्रभारी ने मुख्यालय पर आई भीड़ को देखकर समझाइश दी। इसके बाद ग्रामीणों ने कलेक्टर के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। महिलाओं ने बताया कि वैसे तो वे जबसे विवाह के बाद गांव आईं हैं तभी से पानी के लिए परेशान रहती हैं।
केवल बारिश में चार महीने ही ढंग से पानी मिल पाता है बाकी समय तो मुसीबत ही रहती है। हमें 2 से 5 किमी दूर से पानी लाना पड़ता है। कई बार शिकायतें कर चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है। इस बार मार्च महीने से ही पानी की समस्या होने लगी है। अगर इस बार हमारी मांग पर ध्यान नहीं दिया गया तो हम लोग वोट नहीं करेंगे। इसके बाद भी नहीं सुनी तो भूख हड़ताल पर बैठने मजबूर होंगे।