Sagar- सैकड़ों क्विंटल गेहूं पानी में भीगा, अधिकारी बोले खराब नहीं हुआ सुखाने से ठीक हो जाएगा ?
अचानक बारिश ने समर्थन मूल्य पर चल रही शासन की खरीदी व्यवस्था की पोल खोल दी है। बंडा में खुले में रखा 200 बोरी से ज्यादा गेहूं पानी में भीग गया। मौसम विभाग ने पहले ही चेतावनी जारी की थी। लेकिन जिम्मेदारों के कान पर जूं तक नहीं रेंगी। नतीजा यह सामने आया कि सैंकड़ों क्विंटल गेहूं पानी में तरबतर हो गया। खरीदी केंद्रों पर अन्य लापरवाहियां भी सामने आई हैं। दरअसल 11 अप्रैल की शाम अचानक मौसम में बदलाव होते ही करीब पौन घंटें तक जोरदार बारिश हुई थी।
इसमें बंडा कृषि उपज मंडी में बनाए गए केंद्र पर खुले में पड़ा गेहूं भीग गया। भरी बोरियां भी भीग गईं। प्राथमिक कृषि साख समिति भेड़ाखास में बहुत ज्यादा मात्रा में गेहूं खराब होने का मामला सामने आया है। ट्रक में लदा गेहूं भी भीग गया। इसके साथ ही बड़ी मात्रा में गेहूं बाहर रखा हुआ जो पानी में भींग गया। लापरवाही की हद करते हुए केंद्र प्रभारी गायब हो गए। बाजू में संचालित हो रहा रिमझिम स्वसहायता समूह डिलाखेड़ी केंद्र पर भी तेज बारिश से गेहूं भीग गया। दूसरे दिन शुक्रवार को कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी चारू जैन ने गेंहू खरीदी केंद्रों का निरीक्षण किया। इस दौरान केंद्रों में यह लापरवाही सामने आईं।
कहीं केंद्र पर केंद्र प्रभारी नहीं थे। कहीं केंद्र का बोर्ड तक नहीं था। एफएआर मानकों का बोर्ड, छन्ना और पंखा नहीं मिले। गेहूं को ट्राली से सीधे शासकीय वारदानों में रखवाया जा रहा था। इसके साथ ही केंद्रो में कई अनियमितताएं सामने आई हैं। इस लापरवाही से सरकार की गेहूं खरीदी योजना पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। इस बर्बादी की जिम्मेदारी लेने वाला कोई नजर नहीं आ रहा है। कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी चारू जैन ने कहा कि गेहूं भीगा जरूर है लेकिन खराब नहीं हुआ। 45 प्रतिशत नमी हुई है सुखाने से ठीक हो जाएगा। सड़ने जैसी स्थिति नहीं है।