लोकायुक्त ने सहकारिता विभाग के निरीक्षक को रंगे हाथों गिरफ्तार,जानिए कया है पूरा मामला ?
छतरपुर में लोकायुक्त ने सहकारिता विभाग के निरीक्षक को अपने घर में 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। निरीक्षक समिति प्रबंधक को जांच और ज्वाइन के नाम पर परेशान कर रुपयों की मांग कर रहा था। सागर की संभागीय लोकायुक्त टीम ने कार्रवाई को अंजाम दिया।
जानकारी के मुताबिक बम्होरी समिति प्रबंधक अरविंद व्यास की कुछ दिन पहले केसीसी लोन में हुई अनियमितताओं की एक शिकायत हुई। वरिष्ठ अधिकारियों ने जांच के बाद व्यास को निलंबित कर दिया। इसके बाद व्यास ने हाईकोर्ट में गुहार लगाई। वहां से अरविंद व्यास को वापस नौकरी पर बहाल करने के आदेश हुए।
जब वह ज्वाइनिंग देने आए तो सहकारिता निरीक्षक नमामी शंकर अग्रवाल ने 25 हजार रुपए की मांग की। परेशान करने पर व्यास ने पांच हजार तत्काल दे दिए। इसके बाद इसकी शिकायत उन्होंने लोकायुक्त सागर कार्यालय में की। इसके बाद डीएसपी मंजू सिंह के नेतृत्व में टीम गठित कर रिश्वत के दौरान पकड़ने का जाल बिछाया गया।
निरीक्षक नमामी शंकर अग्रवाल ने फरियादी अरविंद व्यास को रिश्वत के बाकी 20 हजार रुपए लेने अपने निवास चौबे कालोनी में बुलाया। जैसे रिश्वत ली तो लोकायुक्त ने धर दबोचा। डीएसपी मंजू सिंह ने बताया कि जांच और ज्वाइनिंग के नाम पर प्रशासक और निरीक्षक नमामि शंकर ने पहले उससे 50 हजार रुपए की मांग की थी। 25 हजार में सौदा हुआ था। आज 20 हजार रुपए लेते हुए निरीक्षक को गिरफ्तार कर लिया गया। उसके खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम की धाराओं में मामला दर्ज किया है।