सागर-डिब्बे के अंदर से फूसने की आ रहीं थी आवाजें,ढक्कन हटाते ही हैरान रह गए लोग | sagar tv news |
सागर में एक अनोखा मामला सामने आया. यहां सांप पकड़ने वाला ही धोखा गया है. दरअसल, एक स्नेक कैचर कोबरा प्रजाति के सांप को पकड़कर ले आए. एक डिब्बे में बंद कर रख दिया. चार दिन बाद अचानक नजर पड़ी तो डिब्बे में सफेद-सफेद कुछ दिखा. डिब्बा खोला और सांप को बाहर निकाला, तो पता चला वो सांप के अंडे थे.
स्नेक कैचर अकील बाबा हैरान रह गए, क्योंकि जिस सांप को 4 फीट का कोबरा नाग समझ कर वह लाए थे, वो तो नागिन निकली. बाबा ने बताया कि अपने 30 साल के अनुभव में पहली बार सांप को पहचानने में गच्चा खा गए. क्योंकि वह तो यह समझते थे की कोबरा प्रजाति की नागिन अधिकतम 2 या ढाई फीट की होती है. लेकिन, पहली बार उन्होंने 4 फीट की कोबरा नागिन देखी.
सांपों की प्रजाति में किंग कोबरा को सबसे खतरनाक माना जाता है. यह भारत सहित कई देशों में पाया जाता है. जानकारों के अनुसार, मादा कोबरा एक बार में 10 से 30 अंडे देती है, जो 45 से 70 दिन में फूटते हैं और बच्चे जन्म लेने लगते हैं. सागर में इस मादा कोबरा ने 16 अंडे दिए हैं.
स्नेक कैचर अकील बाबा ने बताया कि वह करीब 8 दिन पहले इसे मकरोनिया के बटालियन क्षेत्र से पकड़कर लाए थे. डब्बे में बंद करके रख लिया था. कुछ दिनों में जब दो-चार जंतु हो जाते हैं तो उन्हें वन विभाग के साथ जाकर जंगल में छोड़ आते हैं. तीन-चार दिन पहले डिब्बे के अंदर से इस कोबरा नागिन के फुफकारने की कुछ ज्यादा ही आवाजें आ रही थीं. मैंने डिब्बे को उठा कर देखा तो कोबरा के साथ अंडे भी थे. मैंने इनको बाहर निकाला. मादा प्रजाति की कोबरा ने 16 अंडे दिए हैं. अब देख रहा हूं कि कितने दिन में इससे बच्चे निकलेंगे. फिर वन विभाग के साथ जंगल में छोड़कर आ जाएंगे.