चेकिंग को लेकर RTO और NTPC आमने सामने जमकर हुई तूतू-मेमे | sagar tv news |
नरसिंहपुर जिले के गाडरवारा के पास एनटीपीसी पावर प्लांट स्थापित है। जहां पर फ्लाईऐश ( राखड ) डंफर से बड़ी संख्या में परिवहन होकर बाहर जा रही है । परिवहन की ओवरलोडिंग की शिकायत पर जिला परिवहन अधिकारी नरसिंहपुर जितेन्द्र शर्मा एनटीपीसी एरिया पहुंचे थे। जहां उन्होंने अलग अलग नाम के करीब 5 वाहनों पर ओवरलोड से संबंधित चलानी कार्यवाही की थी , इसी बीच आशीष वर्मा अपर महाप्रबंधक NTPC (पर्यावरण प्र. राख उपयोगीकरण वि.) गाडरवारा के बीच तीखी बहस हो गई । जिसका वीडियो काफी वायरल हो गया । पहला वीडियो जो 47 सेकंड का है जिसमें गाड़ी में आरटीओ अधिकारी जितेंद्र शर्मा बैठे हुए बाहर खड़े टोपी लगाए एनटीपीसी के आशीष वर्मा अधिकारी है। जो जिला परिवहन अधिकारी की कार्यवाही को गलत बता रहे हैं। और कह रहे हैं ,यह वीडियो कैबिनेट मिनिस्टर सहित अन्य को बताने की बात की जा रही है। साथी उन्होंने कहा कि हमारी गाड़ियां ओवरलोड नहीं है। और यह खुद आए हैं और गाड़ियों को रोक रहे हैं। यह परेशान करने का तरीका है, इस तरह से जो आरटीओ का करप्शन चल रहा है। वह प्लीज बंद कराया जाए ।
वही दूसरा वीडियो सामने आया है जो 2.58 मिनट का है जिसमे जिला परिवहन अधिकारी और एनटीपीसी के अधिकारी के बीच में तीखी झोक हो रही है, जहा आरटीओ बोल रहे है। की आप गलत चीज कर रहे है। वही एनटीपीसी के अधिकारी बोल रहे है। आप गलत करने आए हैं । फिर एनटीपीसी के अधिकारी खुद का वीडियो बनवाते नजर आ रहे है। जिसमे वह हर चीज में करप्शन होने की बात कर रहे हैं, वही आरटीओ भी ओवरलोड ट्रैकों के वीडियो बनाने की बात कर रहे हैं ।
हमारे संवाददाता ने जिला परिवहन अधिकारी जितेंद्र शर्मा से बात की तो उन्होंने पिछले रविवार को जाने और पांच ओवरलोड गाड़ियों पर कारवाही की बात कही..... और एनटीपीसी के अधिकारी से संपर्क करना चाहा लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका । खेर जो भी हो दोनो वरिष्ठ अधिकारियों को इस तरह से बहस करना शोभा नही देता । सवाल यह है की क्या आरटीओ एनटीपीसी क्षेत्र में ओवर लोड वाहन पर कारवाही नही कर सकते, चालान की रशीद बता रही हैं। की देवेन्द्र,काशीपुर,जिला ग्वालियर नमक व्यक्ति के नाम की गाड़ी का चालान काटा गया। तो एनटीपीसी के अधिकारी को इतनी बहस करने की। क्या जरूरत थी,आरोप के हिसाब से यदि आरटीओ पैसा की मांग कर रहा था। तो क्या वीडियो बना कर मंत्री तक जानकारी पहुंचना जायज है लिखित शिकायत भी की जा सकती थी,और जब मामला सामने आया तो एनटीपीसी के अधिकारी मीडिया से बात क्यों नहीं कर रहे जिससे सचाई सामने आ जाएं। जो भी हो लेकिन जिस प्रकार से जिला परिवहन अधिकारी और एनटीपीसी के अधिकारी एक दूसरे को नीचा दिखा कर घोष देखा रहे है। इससे साफ लग रहा है की दोनो विभागो की बीच ठीक नहीं चल रहा ।