आंगनबाडी केन्द्र में वीडियों कॉल पर रात में परेशान करते थे सुपरवाइजर अब होगी कार्रवाई
सागर के आंगनबाडी कार्यकर्ता, सहायिका संघ की जिला कार्यकर्ताओं ने पहलबान बब्बा मंदिर परिसर में एकत्रित होकर महिला बाल विकास विभाग के सुपरवाईजरों ने आंगनबाडी केन्द्र बंद होने के बाबजूद भी वीडियों कॉल पर लोकेशन के साथ निर्देश देने की कार्यवाही का विरोध करते हुए 9 सूत्रीय ज्ञापन महिला और बाल विकास जिला अधिकारी बृजेश त्रिपाठी, तहसीलदार सागर को ज्ञापन सौपकर कडी आपत्ति दर्ज कराई।
पोषण ट्रेकर ऐप, संपर्क ऐप लोकेशन, और वीडियों कॉल पर तत्काल प्रतिबंध लगाया जाए अधिकारी वीडियों कॉल की वजाय केन्द्र स्थल पर आकर निरीक्षण करे सुपरवाइजर भीषण गर्मी में घरों में बैठकर कार्यकर्ताओं को वीडियों काल पर निर्देश देकर अर्द्धरात्रि तक परेशान करते है। जिस पर रोक लगाई जाए। सहायिका से कार्यकर्ता, कार्यकर्ता से सुपरवाइजर के पद पर प्रमोशन किया जावे। केन्द्र सरकार द्वारा बढाया गया मानदेय जोडा जावे।
आयु सीमा का बंधन समाप्त किया जाए। आंगनबाडी कार्यकर्ता व सहायिकाओं से चुनाव सहित अन्य विभागों के कार्य करने पर रोक लगाई जाए। आंगनबाडी कार्यकर्ता व सहायिकाओं का तीन-तीन माह का रूका हुआ मानदेय तत्काल दिया जाए। आंगनबाडी संघ के मांग पत्र पर जिला महिला बाल विकास अधिकारी बृजेश त्रिपाठी ने ज्ञापन पर आश्वासन देते हुए कहा कि आंगनबाडी का समय सुबह 7 से 1 बजे तक का है उसके बाद सुपरवाइजर या कोई अधिकारी को वीडियो कॉल पर निर्देश देने का अधिकार नहीं है।
यदि कोई अधिकारी केन्द्र बंद होने के बाद आंगनबाडी कार्यकर्ता और सहायिका को वीडियों कॉल पर निर्देश देता है। उस पर कार्यवाही की जावेगी जिन आंगनबाडी कार्यकर्ता व सहायिकाओं का तीन माह से मानदेय नहीं बना है। उनके खाते में जल्दी मानदेय पहुंचा दिया जाए। जिले के महिला बाल विकास अधिकारी कार्यकर्ताओं के अनावश्यक परेशान करते है तो उसकी शिकायत मुझे करें। आंगनबाडी संघ ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नाम ज्ञापन तहसीलदार सागर को भी सौपा।