सागर-नलजल योजना पर 50 लाख खर्च,फिर भी बूंद बूंद पानी को तरस रहे लोग,अब पैसे देकर करा रहे सप्लाई
सागर जिले के राहतगढ़ जनपद के बढोरा पंचायत के इमलिया गांव में नल-जल योजना और सरकारी कुएं पर 50 लाख रुपए खर्च होने के बाद भी ग्रामीणों को पानी नहीं मिल रहा। अफसरों ने अब ग्रामीणों को पानी के लिए निजी कुएं से इंतजाम किए हैं। इसके लिए अफसर निजी कुआं मालिक अजब सिंह आदिवासी को 4 हजार रुपए महीना देंगे। इसके बदले में अजब सिंह ग्रामीणों को पानी भरने के लिए सुबह एक घंटे कुएं की मोटर चलाएंगे।
गांव में जलसंकट व 30 फीट गहरे निजी कुएं में उतरकर महिलाओं व बच्चों के पानी भरने का की खबर कुछ दिन पहले पहले सागर टीवी न्यूज़ ने प्रमुखता से दिखाई थी, लेकिन अब बूंद बूंद पानी को तरस रहे ग्रामीणों की शुद्ध लेने के लिए राहतगढ़ जनपद सीईओ और पीएचई के अफसर इमलिया गांव पहुंचे तो ग्रामीणों ने उन्हें जलसंकट की स्थिति के बारे में बताया। ग्रामीणों ने कहा कि गांव में नल-जल योजना दो साल में अब तक चालू नहीं हो पाई है। सरकारी कुएं में पानी नहीं है इसलिए पूरा गांव पानी के लिए परेशान हो रहा है। अधिकारियों ने ग्रामीणों से कहा कि वे गांव में एक बोर और सरकारी कुएं का गहरीकरण करवा देंगे।
बढोरा पंचायत में 46 लाख रुपए की लागत से नल- जल योजना पर काम पिछले दो साल से चल रहा है। इमलिया गांव भी इसी पंचायत में आता है। इमलिया में पाइप लाइन तो बिछ गई, लेकिन जल सप्लाई दो साल में एक बार भी नहीं हुई।
पानी की टंकी का निर्माण भी अब तक नहीं हुआ। गांव में सरकारी स्कूल के पास 300 फीट गहरा बोर कराया, लेकिन उसमें पानी नहीं निकला। 4 लाख रुपए की लागत से एक सरकारी कुआं खोदा गया, लेकिन कम गहराई के कारण उसमें भी पर्याप्त पानी नहीं है। भरने के लिए कुएं में बाल्टी भी नहीं डूबती। ग्रामीणों का कहना है कि कुएं को और गहरा खोदा जाना चाहिए तब पानी निकलेगा। लोग बूंद-बूंद पानी के लिए परेशान हैं।