ग्रामीण परिवेश में पले-बड़े प्रियंक मिश्रा बने डिप्टी कलेक्टर
ग्रामीण परिवेश में पले-बड़े प्रियंक मिश्रा बने डिप्टी कलेक्टर
एमपी के अशोकनगर जिले के बहादुरपुर कस्बे के युवा प्रियंक मिश्रा का चयन मध्य प्रदेश लोकसेवा आयोग के डिप्टी कलेक्टर पद पर हुआ है। उन्हें मध्यप्रदेश में पांचवा स्थान मिला है। प्रियंक एक मध्यम वर्गीय परिवार से आते हैं। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा बहादुरपुर के एक निजी विद्यालय से ली है। इसके बाद संस्कृत विद्यालय में पढ़ाई के लिए वह भोपाल चले गए थे। स्नातक उपाधि के लिए उनका चयन जेएनयू नई दिल्ली में हुआ। वह बीते 4-5 सालों से लोकसेवा आयोग की परीक्षाओं में मेहनत कर रहे थे। प्रियंक अपनी सफलता का श्रेय अपने स्वर्गीय माता–पिता से मिले संस्कारों व उनके आर्दशों को देते है।
प्रियंक इससे पहले लोकसेवा आयोग की परीक्षा उत्तीर्ण कर सहकारिता निरीक्षक के पद पर भी चयनित हो चुके हैं।28 साल के प्रियंक ने 916.25 अंक हासिल कर इस टॉपर की लिस्ट में जगह बनाई है। प्रियंक पांच भाई बहन हैं। प्रियंक की श्रीमती चंद्रकला मिश्रा का स्वर्गवास 14 साल पहले हो गया था। दो साल पहले पिता श्री मोहन मिश्रा का देहांत हो चुका है।
इतनी विषम परिस्थितियों के बाद भी प्रियंक ने जो मेहनत कर जो सफलता हासिल की है उसकी तारीफ पूरे मध्यप्रदेश सहित अशोकनगर जिले में हो रही है। आपको बता दे कि प्रियंक की बड़ी बहन वंदना मिश्रा मध्य प्रदेश पुलिस में टीआई के पद पर हैं। दूसरी बहन रोशनी मिश्रा प्रथम श्रेणी शिक्षक हैं। वहीं बड़े भाई मयंक मिश्रा राजस्व विभाग में पटवारी के पद पर कार्यरत हैं। अब प्रियंक का चयन मध्य प्रदेश प्रशासनिक सेवा के डिप्टी कलेक्टर के पद पर हुआ।