सागर-सिविल लाईन से रातोंरात गायब हुई गौर प्रतिमा,प्रशासन के खिलाफ बढ़ी नाराजगी | sagar tv news |
सागर के सिविल लाइन चौराहा पर प्रतिष्ठित डॉ. हरीसिंह गौर की प्रतिमा अचानक रातों-रात गायब हो गई। खोजबीन हुई तो यह चौराहे से करीब एक किमी दूर जिला पंचायत कार्यालय के सामने स्वीडिश मिशन चर्च की एक दीवार के सहारे स्थापित मिली। गजब ये है कि प्रतिमा का स्थान बदलने से लेकर चौराहे की रोटरी तोड़ने के संबंध में नगर निगम प्रशासन और स्मार्ट सिटी कंपनी ने किसी तरह की जानकारी - या सूचना शहरवासियों से साझा नहीं की। जिसके चलते स्थानीय नागरिकों ने सिविल लाइंस चौराहे से गायब मूर्ति को चोरी होना मान मौके पर विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद उन्होंने स्मार्ट सिटी प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की और कलेक्टर के नाम सिविल लाइन थाना प्रभारी को ज्ञापन सौंपा,
नगर निगम कमिश्नर और स्मार्ट सिटी कंपनी के सीईओ राजकुमार खत्री ने इस घटनाक्रम को सामान्य बताया। उन्होंने कहा कि सिविल लाइन चौराहा की रोटरी से यातायात के मैनेजमेंट में समस्या आ रही थी। सिटी बसों को टर्न होने में दिक्कत हो रही थी। इसलिए यह रोटरी तोड़कर उसकी साइज कम की जा रही है।
मूर्ति का स्थान परिवर्तन करने पर विवि छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष एड. डॉ. अंकलेश्वर दुबे अन्नी ने खासी नाराजगी का जताई है। उन्होंने कहा कि सिविल लाइंस की रोटरी अगर बड़ी थी तो क्या झील पर बने एलिवेटेड कॉरिडोर के पास बनी पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा वाली रोटरी उससे छोटी है? दुबे ने कहा कि मूर्तियों की प्रतिष्ठा से इस तरह का खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हमारी मांग है कि सिविल लाइंस चौराहा की रोटरी को भले छोटा कर टॉवर का रूप दे दिया जाए। लेकिन उस पर डॉ. गौर की मूर्ति जस की तस प्रतिष्ठित की जाए।
वहीं इसके बाद शिवसेना के उपराज्य प्रमुख पप्पू तिवारी ने भी उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है