सागर-बिना अनुमति के क्लीनिक का कराया जा रहा है निर्माण,स्कूल आने-जाने में हो रही है परेशानी
सागर जिले के बीना के जवाहर वार्ड में स्थित शासकीय माध्यमिक स्कूल क्रमांक तीन के परिसर में इन दिनों नगर पालिका संजीवनी क्लीनिक का निर्माण करा रही है। स्कूल परिसर में मलबा फैला हुआ है। साथ ही गड्डे खोदे गए हैं। जिससे बच्चों की जान के लिए खतरा बने हुए हैं। संजीवनी क्लीनिक के निर्माण पर रोक लगाने की मांग स्कूल प्रबंधन द्वारा एसडीएम से की गई है। एसडीएम को दिए गए आवेदन में उल्लेख किया गया है।
कि स्कूल परिसर में बिना सूचना और शाला प्रबंधन समिति की अनुमति के बिना ही क्लीनिक का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। जिससे पूरे परिसर में मलबा फैला हुआ है। साथ ही स्कूल परिसर में क्लीनिक बनने से हमेशा ही संक्रमण का खतरा बना रहेगा। स्कूल की दर्ज संख्या 370 है, लेकिन पहले से ही पर्याप्त कक्ष और मैदान नहीं हैं। यदि क्लीनिक बना तो स्कूल संचालन में परेशानी आएगी, इसलिए निर्माण कार्य रोकने की मांग की है।
बीच परिसर में भवन बनने से कक्षों तक पहुंचने के लिए भी रास्ता संकरा हो जाएगा, कमरों में अंधेरा रहेगा। स्कूल के प्राचार्य सुनील कुमार सुमन ने बताया कि निमार्ण कार्य के दौरान स्कूल का मेन गेट, नल, ट्री गार्ड तोड़ दिए हैं। साथ ही गड्ढा खोदने और मलबा फैला होने से स्टाफ, विद्यार्थी शौचालय तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। कई कक्षों के बाहर मलबा डला होने से उनके ताले भी नहीं खुल सके। स्कूल में आने-जाने में परेशानी हो रही है।
साथ ही कई अभिभावक अपने बच्चों के नाम कटवाने के लिए भी आ रहे हैं। महिला अभिभावक रचना कुशवाहा ने बताया कि स्कूल के परिसर में अस्पताल बनाई जा रही है, यह बहुत ही गलत निर्णय है। छोटे-छोटे बच्चे स्कूल आ रहे हैं ऐसे में यदि कोई बच्चा गड्डे में गिर जाएगा तो इसकी जवाबदारी कौन लेगा। अस्पताल बन जाने से यहां खेल के लिए कोई ग्राउंड भी नहीं बचेगा। सरकार जहां बेटी पढ़ाओं-बेटी बढ़ाओं का नारा दे रही तो वहीं बच्चियों के लिए मिलने वाली सुविधाएं छीन रही है।