Sagar-एक एकड़ में चाहिए 15 क्विंटल सोयाबीन... तो अपनाएं ये फार्मूला, किसान बनेंगे धनवान
बुंदेलखंड में सोयाबीन की उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के लिए कृषि विशेषज्ञों द्वारा कुछ उपाय निकाले गए हैं. किसान इन तकनीक को अगर अपनाते हैं तो निश्चित तौर पर उनका उत्पादन दोगुना होने की पूरी संभावना है. यानी जो उत्पादन अभी चार से 6 क्विंटल तक हो रहा है, वह 10 से 12 क्विंटल तक हो सकता है. इसके लिए सोयाबीन की खेती करने वाले किसान उचित बीज दर, पौधों के बीच अंतर, बीज उपचार, बोवनी का समय, खाद का संतुलित उपयोग, अंतरवर्ती खेती, सोयाबीन की नई किस्में, रोग रोधी बीज का उपयोग कर सकते हैं.
कृषि विशेषज्ञ जितेंद्र सिंह राजपूत का कहना है कि जो किसान घनी बोवनी करने लगे हैं. उसमें प्रति एकड़ केवल 30 किलोग्राम बीज ही बोना चाहिए. लेकिन, अभी किसान भाई 60 किलो प्रति एकड़ की बुवाई कर रहे हैं. इसमें भी बदलाव करें ताकि पौधों के बीच अंतर आएगा, पर्याप्त दूरी होने की वजह से पौधे तेजी से पनपेंगे, पौधे कमजोर नहीं होंगे और पैदावार क्षमता बढ़ेगी. फली उसमें ज्यादा आएंगी.
सबसे अहम बात सोयाबीन की नई-नई किस्म आ रही है, लेकिन किसान परंपरागत पुराने बीज को ही लेकर बैठे हैं. इसमें भी बदलाव की जरूरत है. इसलिए किसान अच्छा उत्पादन लेने के लिए बुवाई से पहले बीज उपचार करें. बुवाई का समय सही समय का ध्यान रखें, अंतरवर्ती खेती जैसी तकनीक पर आएं. एक बड़ा कारण यह भी है कि किसान एक ही फसल को बार-बार खेत में लगाते रहते हैं