MP | 35 लोगों के हिंदू धर्म अपनाने का दावा, वि.हि.प ने कहा यह घरवापसी, प्रशासन ने कहा जानकारी नहीं
इंदौर में शुक्रवार सुबह धर्मांतरण का मामला सामने आया है। विश्व हिंदू परिषद ने धर्म परिवर्तन करने वालों की संख्या 35 से अधिक बताई है। जबकि प्रत्यक्षदर्शियों ने दावा किया कि मौके पर आधा दर्जन लोग भी नहीं थे। धर्म परिवर्तन करने वालों को मीडिया से बचाकर रखा गया। प्रशासन ने भी साफतौर पर धर्म परिवर्तन संबंधी कार्यक्रम की अधिकृत जानकारी से इंकार किया है। घूंघट निकाले एक महिला ने मीडिया से कहा कि हम मंदिर-मस्जिद जाते हैं। कोई धर्म परिवर्तन नहीं किया। विहिप का दावा है कि धर्म परिवर्तन करने वाले सभी लोगों के कलेक्टोरेट में शपथ पत्र दिए हैं। जबकि प्रशासन का कहना है कि हमारे पास धर्म परिवर्तन और इस संबंध में होने वाले आयोजन की कोई सूचना नहीं है।
मप्र धार्मिक स्वतंत्रता विधेयक के मुताबिक धर्म परिवर्तन करने के इच्छुक व्यक्ति को 60 दिन पहले सूचना देना जरूरी है। इधर, खजराना गणेश मंदिर में पंडितों की टीम ने पूजा-पाठ और हवन किया। इसके बाद वैदिक पद्धति से सभी का शुद्धिकरण किया गया। मौके पर पुलिस बल भी तैनात रहा। विहिप के प्रशासनिक संपर्क प्रमुख संतोष शर्मा ने मीडिया को बताया कि हिंदू धर्म अपनाने वालों ने कलेक्ट्रेट में शपथ पत्र दिया है। इनकी लीगल प्रोसीडिंग करने वाले एडवोकेट अनिल नायडू और राहुल राठौर ने इसकी पुष्टि की है। कहा कि ये सभी लोग विश्व हिन्दू परिषद मालवा प्रांत के प्रमुख संतोष शर्मा के नेतृत्व में हिन्दू धर्म अपना रहे हैं।
हालांकि कलेक्टर आशीषसिंह ने कहा कि हमें धर्म परिवर्तन के बारे में नियमानुसार कोई सूचना या आवेदन नहीं मिला है। विश्व हिन्दू परिषद मालवा प्रांत के प्रमुख संतोष शर्मा ने दावा किया कि मंदिर में हिंदू धर्म अपनाने के लिए अभी और भी लोग पहुंच रहे हैं। ये सभी इंदौर और आसपास के इलाकों में रहने वाले हैं। जिस महिला के धर्म परिवर्तन का दावा, वो बोली मंदिर-मस्जिद नहीं जाते क्या। खजराना गणेश मंदिर में धर्म परिवर्तन के लिए पहुंची महिला ने बताया कि मंदिर आना था तो आ गए। मंदिर आते नहीं हैं क्या। धर्म परिवर्तन के सवाल पर महिला ने कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं किया।
विहिप के प्रशासनिक संपर्क प्रमुख संतोष शर्मा ने बताया कि धर्म अपनाने वाले सभी लोगों ने कलेक्टोरेट कार्यालय में शपथ पत्र दे दिया है। इनमें इंदौर, देवास, सांवेर और अन्य जिलों के लोग शामिल हैं। सबसे ज्यादा 12-13 लोग इंदौर के हैं। महिला-पुरुषों की संख्या बराबर है। सभी ने आरएसएस के कैडर से प्रभावित होकर माना है कि सनातन से श्रेष्ठ कुछ नहीं हैं। शर्मा ने कहा कि उन्हें अपने धर्म के कट्टरपंथी कानून का पालन करने में दिक्कत आ रही थी। खासकर हलाला और तीन तलाक, जिस पर सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया है। सनातन में कोई कट्टरपंथी नहीं है। पूर्व राज्यमंत्री सैम पावरी ने कहा कि 35 से 40 लोगों की घर वापसी हो रही है।
विश्व के कई देश सनातन को अपना रहे हैं। हिंदू बन रहे लोगों का मानना है कि सनातन में पूर्व में थे, हिंदू धर्म आस्था और दया का प्रतीक है।इंदौर में दो महीने पहले मुस्लिम समाज के 8 लोगों ने हिंदू धर्म अपना लिया। इनमें इंदौर के खजराना इलाके के 3 और 5 मंदसौर जिले के रहने वाले हैं। इन आठ लोगों में तीन महिलाएं भी हैं। ये सभी भगवा वस्त्र पहनकर खजराना मंदिर पहुंचे, जहां विधि-विधान से इनका धर्म परिवर्तन कराया गया। हैदर से हरि बने, कहा- मैंने नया जन्म लिया