Sagar-Historical Jagannath Rath Yatra started in Gadhakota, thousands of devotees gathered for darshan
Sagar-गढ़ाकोटा में निकली ऐतिहासिक जगन्नाथ रथ यात्रा, दर्शनों को उमड़े हजारों श्रद्धालु
देश-प्रदेश में अपनी अलग पहचान रखने वाली गढ़ाकोटा की भगवान जगन्नाथ स्वामी की रथ यात्रा बड़े ही धूमधाम से निकाली गई। श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बन रहा था। रथ यात्रा के पहले तीनों रथों की मरम्मत, वार्निश की गई। साथ ही भगवान को छप्पन प्रकार के भोग लगाएं गए ओर मालपुआ तैयार किये गये। देर रात 12 बजे महाआरती और कीर्तन हुआ। पटेरिया स्थित जगदीश मंदिर से भगवान जगन्नाथ स्वामी की परंपरागत तरीके से रथ यात्रा बड़े हर्षोल्लास के साथ निकाली गई। जिसमें हजारों की संख्या में भक्त शामिल हुए। तीनों रथों पर अलग अलग विराजमान होकर बड़े भाई बलराम और बहन सुभद्रा के साथ भगवान जगन्नाथ स्वामी नगर भ्रमण पर निकले।
इस अवसर पर अभिषक भार्गव, एसडीएम गोविंद दुबे,एसडीओपी प्रकाश मिश्रा, तहसीलदार ऋषि गौतम,थाना प्रभारी रजनीकांत दुबे,मंदिर महंत एवं महामंडलेश्वर हरिदास जी महाराज मनोज तिवारी,शिवदत्त शुक्ला,कुश भार्गव मौजूद रहे।साथ ही रथयात्रा में शामिल हुए। श्रद्धालु जयकारों के साथ रथों को खींचते हुए चल रहे थे। साथ ही ढोल, मंजीरा,झांझर और भजनों की प्रस्तुति दी जा रही थी। रथ में सवार जगदीश स्वामी की जगह-जगह भक्तों ने आरती उतारी।
बताया जा रहा है की करीब ढाई सौ सालों से भी अधिक लगातार यह धार्मिक आयोजन चल रहा है। यहां बता दें की यात्रा रूई बाजार पहुंचने पर परंपरानुसार नगर के बाजार वार्ड स्थित लम्बरदार परिवार से जगदीश नायक के व परिजनो के द्वारा गाजे बाजे और आतिशबाजी से आग वानी की गई। जनकपुरी पहुंचने पर आरती के बाद भगवान को विराज मान गया। 22 जुलाई सावन के पहले सोमवार तक यहां रूककर भगवान वापिस सिद्ध क्षेत्र जगदीश मंदिर पटेरिया जायेंगे।
मालगुजार परिवार से जगदीश नायक ने जानकारी देते हुए बताया कि हमारे घर स्वयं जगदीश स्वामी आते हैं जो बड़े ही पुण्य कि बात है में ओर मेरा परिवार बड़ा ही भाग्य शाली है जो भगवान कि सेवा करने का हम लोगो को स्वयं भगवान जगन्नाथ अवसर प्रत्येक वर्ष देते है हम सभी लोगो को रथयात्रा में नगर के सभी लोगों का सहयोग मिलता है।