Sagar- Operation of passenger buses started from new bus stand, court had given order a day before.
सागर में एक बार फिर न्यू आरटीओ कार्यालय के पास बने बस स्टैंड से यात्री बसों का संचालन शनिवार सुबह से शुरू हो गया है, कोर्ट का आदेश आने के बाद बस यूनियन ने बैठक करने के बाद संचालन शुरू किया है हालांकि संगठन के जिला अध्यक्ष संतोष पांडे का कहना है की अभी वह अपने वकील के माध्यम से इसको समझ रहे हैं
दरअसल शहर के तालाब किनारे स्थित सरकारी और प्राइवेट बस स्टैंड को राजघाट रोड और भोपाल रोड पर शिफ्ट करने के मामले में बस ऑपरेटर्स द्वारा जबलपुर हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई थी। इस याचिका पर बस ऑपरेटर्स के लिए स्टे देते हुए जिला प्रशासन को बस स्टैंड को शिफ्ट करने के पहले नोटिफिकेशन जारी करने और बस स्टैंड पर आमजनों की सुविधा व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिए कहा था। शुक्रवार को जबलपुर हाईकोर्ट में जिला प्रशासन की ओर से रखे गए पक्ष के बाद कोर्ट ने स्टे को हटा दिया है। इसके आधार पर कलेक्टर दीपक आर्य ने बस ऑपरेटर्स से नए बस स्टैंड से बसों को संचालन करने के लिए कहा हैं,
शहर में स्थित बस स्टैंड को मई महीने में बस स्टैंड क्रमांक 1 आरटीओ ऑफिस के पास और बस स्टैंड क्रमांक 2 लहदरा नाके के पास शिफ्ट किया गया था। इसके बाद से ही जिला प्रशासन और बस ऑपरेटर्स में खींचतान चल रही थी। बस ऑपरेटर्स की मांग थी कि उन्हें शहर के अंदर से बसें ले जाने दें, जबकि प्रशासन ने ट्रैफिक की समस्या को देखते पहले जो रूट निर्धारित किए थे, उन्हीं से बसों का संचालन करने का आदेश जारी कर दिया था। जिसके विरोध में बस ऑपरेट्स हड़ताल करते हुए कोर्ट चले गए और उन्हें पुराने बस स्टैंड से ही बसों का संचालन करने को लेकर स्टे मिल गया। इस स्टे को हाईकोर्ट ने हटा दिया है
कलेक्टर दीपक आर्य और एसपी अभिषेक तिवारी ने शुक्रवार शाम प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से मीडिया से चर्चा की। उन्होंने बताया कि नए बस स्टैंड पर यात्रियों की व्यवस्थाएं की गई हैं और संचालन शुरू होने के साथ ही जो भी आवश्यकताएं सामने आ रहीं हैं, उन्हें भी समय रहते पूरा करने के लिए समिति गठित की गई है। जो की लगातार दोनों बस स्टैंड की निगरानी करेगी एवं आवश्यकता अनुसार संचालकों एवं यात्रियों के अनुसार कार्य करेगी। एसपी तिवारी ने कहा कि दोनों बस स्टैंड पर सुरक्षा की पूरी व्यवस्था है
वहीं दूसरी तरफ जनता अभी भी यही मांग कर रही है कि बस स्टैंड का संचालन लाखा बंजारा झील के किनारे से ही किया जाना चाहिए क्योंकि सागर अभी इतना समृद्ध नहीं हुआ है कि यहां के लोग दो-दो बार किराए का वहन कर सकें अभी किसी भी गांव से या जिले से लोग आते हैं तो सीधा बाजार हॉस्पिटल स्कूल कॉलेज या अपने अन्य काम से पहुंच जाते हैं लेकिन अब सिटी बस या ऑटो का सहारा लेना ही पड़ेगा या फिर वह अपने खुद के वाहन से आए