Eunuchs supported the ongoing dharna against shifting of Sagar bus stand, said this is a big thing
सागर के नए स्थानों पर बस स्टैंड शिफ्ट करने के खिलाफ ऑपरेटर्स की अनिश्चितकालीन हड़ताल सोमवार से शुरु हो गई। प्राइवेट बस स्टैंड पर टेंट लगाकर बैठे बस ऑपरेटर्स ने कहा कि हम लोग नागरिकों समेत व्यापार जगत के लिए हड़ताल कर रहे हैं। हमें भी तकलीफ होती है जब आम पैसेंजर, बस के लिए परेशान होता दिखता है।
लेकिन इसके लिए हम लोग नहीं, जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी जिम्मेदार हैं। ऑपरेटर्स यूनियन के अध्यक्ष संतोष पांडे ने कहा कि, हमारी यह हड़ताल अनिश्चितकालीन है और हमें सभी वर्गों का समर्थन मिल रहा है। सचिव जयकुमार जैन ने कहा कि, बगैर रूट परमिट बनाए अधिकारी हम लोगों से बस चलवाने के लिए अड़े हैं। अगर कोई घटना-दुर्घटना होती है तो फिर जान-माल के मुआवजे का कौन जिम्मेदार होगा।
शाम को किन्नरों का एक समूह बस स्टैंड के दुकानदारों से बधाई मांगने पहुंचा। इसी दौरान ये लोग धरना स्थल पर भी पहुंचे। किन्नरों ने कहा कि मीडिया स्रोतों के जरिए हम लोगों को इस हड़ताल के बारे में जानकारी मिली। जनहित में हम लोग भी चाहते हैं कि बस स्टैंड यहीं पर रहे। शासन-प्रशासन को आम आदमी की तकलीफ को पहले देखना चाहिए।
इधर बस ऑपरेटर्स ने एक बार फिर अपनी मांगे दोहराई। यूनियन के सदस्य चैतन्य कृष्ण पांडेय ने कहा कि हम लोग जल्द ही शहर के विभिन्न सामाजिक, व्यापारिक, बुद्धिजीवी, शिक्षक, राजनैतिक गैर राजनैतिक संगठनों से समर्थन मांगने का अभियान शुरु करेंगे। ताकि मुख्यमंत्री तक हमारी बात पहुंचे। पांडे ने बताया कि हमारी हड्ताल को दमोह के बस ऑपरेटर्स यूनियन ने भी अपना नैतिक समर्थन दिया है।