A woman was worried about not having a child so she stole the baby from the hospital.
एक महिला बच्चे न होने से थी परेशान तो अस्पताल से बच्ची चुराई
बच्चे न होने से परेशान एक महिला दमोह जिला अस्पताल से 4 दिन की बच्ची चुराकर भाग गई। एक नर्सिंग होम के सामने से पड़ोसी को कॉल करके कहा कि उसे बेटी हुई है, ऑटो से आ जाए। ऑटो वाला गया और उसे लाकर घर छोड़ दिया। अब तक अस्पताल से बच्ची चोरी होने की खबर सभी जगह फैल चुकी थी।पुलिस ने दो घंटे में 150 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले। आरोपी महिला का रूट ट्रैक किया और एक ऑटो वाले को हिरासत में लिया। पुलिस 7 घंटे की मशक्कत के बाद आरोपी लक्ष्मी सेन के घर पहुंची और उसे गिरफ्त में ले लिया। बच्ची उसकी मां को सौंप दी है। दरअसल, उमराव गांव की रहने वाली वर्षा आदिवासी ने 26 अगस्त को पथरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बच्ची को जन्म दिया था।
बच्ची का स्वास्थ्य बिगड़ने के बाद 28 अगस्त को उसे दमोह जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। उसी दिन मां-बेटी को जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। वर्षा के साथ पति रूद्र सिंह और ननद सविता भी थे। गुरुवार दोपहर वह वार्ड में अपने पलंग पर बेटी के साथ सो रही थी। वह जागी तो बेटी पलंग पर नहीं थी। उधर, आरोपी लक्ष्मी सेन ने दावा किया है, यह बच्ची मेरी बेटी है। चाहे तो कोई भी जांच करा लो। काली साड़ी पहने महिला कर रही थी पूछताछ पति ने पूछा तो वर्षा ने बताया था कि दोपहर करीब 3 बजे काले रंग की साड़ी पहने एक महिला मेरे पास आई। वह मुझसे बात करने लगी। बच्ची के बारे में भी जानकारी ले रही थी।
मैंने सोचा कि आसपास किसी मरीज की परिचित होगी, इसलिए मैं उससे बात करती रही। पति सामने एक खाली पड़े पलंग पर सो रहे थे। ननद बाहर बरामदे में मोबाइल पर बात कर रही थी। महिला से बात करते-करते मेरी आंख लग गई। वही बच्ची को ले गई होगी। बच्ची चोरी होने की खबर मिलते ही हॉस्पिटल मैनेजमेंट सकते में आ गया। तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची। वर्षा ने पुलिस को काली साड़ी वाली महिला के बारे में बताया। उसी पर बच्ची को ले जाने का शक भी जताया। पुलिस ने वर्षा के आसपास भर्ती मरीजों से महिला के बारे में पूछताछ की। सभी ने उसके परिचित होने से इनकार कर दिया।
इसके बाद पुलिस वर्षा को अस्पताल के कंट्रोल रूम में लेकर पहुंची। उसे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज दिखाने शुरू किए। करीब 2 घंटे बाद एक फुटेज मिला, जिसमें आरोपी लक्ष्मी सेन नजर आई। फुटेज में उसका चेहरा स्पष्ट नहीं था। वह बच्ची को लेकर अस्पताल के गेट से बैंक चौराहे की तरफ जाते दिखी। पुलिस ने इस रूट के सभी सीसीटीवी कैमरों के वीडियो देखना शुरू किए।