सागर-नदियों और तालाबों में सैकड़ों की संख्या में पितृ पक्ष तर्पण के लिए पहुंचे लोग | sagar tv news |
सनातन धर्म में पूर्वजों को देवताओं का दर्जा दिया जाता है। ऐसे में पितरों को खुश करने के लिए पितृ पक्ष के दौरान श्राद्ध किए जाते हैं। इस बार पितृ पक्ष आज बुधवार से शुरू हो गए हैं। खुरई में पंडितों के सानिध्य में क्षेत्र की नदियों व तालाबों में सैकड़ों की संख्या में लोगों ने बारिश में अपने पूर्वजों को तर्पण किया। सागर जिले के खुरई के बड़े तालाब स्थित मंदिर घाट पर सुबह से ही लोग तर्पण करने के लिए पहुंचे।
पंडित पप्पू रिछारिया ने बताया कि पितृपक्ष में हर दिन पितरों के लिए तर्पण करना चाहिए। तर्पण के लिए आपको कुश, अक्षत, जौ और काला तिल का उपयोग करना चाहिए। तर्पण करने के बाद पितरों से प्रार्थना करें और गलतियों के लिए क्षमा मांगे। विधि विधान के साथ तर्पण का कार्य कराया गया। इसके अलावा बीना नदी और नरेन नदी में भी लोगों ने तर्पण किया।
अगर किसी परिजन की मूत्यु की सही तारीख पता नहीं है तो अश्विन अमावस्या के दिन उनका श्राद्ध किया जा सकता है। पिता की मृत्यु होने पर अष्टमी तिथि और माता की मृत्यु होने पर नवमी तिथि तय की गईं है। जब किसी व्यक्ति की मृत्यु किसी दुर्घटना में हुई हो तो उसका श्राद्ध चतुर्दशी तिथि पर करना चाहिए।