उज्जैन महाकाल मंदिर के पास दीवार गि-रने से दो की गई थी जा-न फिर चक्काजाम,50 लाख,सरकारी नौकरी की मांग
शुक्रवार को तेज बारिश के बीच एमपी के उज्जैन के महाकाल मंदिर के चार नंबर गेट की दीवार गिर गई। इस हादसे में 2 लोगो जान चली गई। दीवार के मलबे में दबने से चार लोग घायल हो गए। इनमें से एक महिला और 3 साल की मासूम को इंदौर रेफर किया गया है। इस घटना की जानकारी के बाद आला पुलिस अफसर और प्रशासन अधिकारी दोनो मौके पर पहुंचे थे। तेज बारिश के बीच ही राहत और बचाव कार्य शुरू किया। घायलों को मलबे से निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया।
महाकालेश्वर मंदिर में गेट नंबर 4 के सामने काफी पुरानी दीवार लगातार तेज बारिश हो लोगों पर गिरी गई। महाकालेश्वर मंदिर आने वाले शिव भक्तों के लिए प्रसाद, फूल आदि विक्रय करने वाले दब गए। इस हादसे में एक महिला फरीन और एक पुरुष अजय की दर्दनाक मौत हो गई है। जबकि 4 लोग घायल हो गए। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया।इनमें शारदा और रूही को इंदौर रेफर किया गया है। लोग मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से भी बात करना चाह रहे थे, लेकिन संभव नहीं हो सका।
प्रदर्शन के दौरान लोगों ने भाजपा विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा को फोन लगाया, लेकिन उन्होंने रिसीव नहीं किया। इस पर लोग आक्रोशित हो गए। उन्होंने विधायक के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। उन्होंने कहा...जो दीवार ढही, वह 20 साल पुरानी थी। इसी दीवार के पीछे एक और दीवार बनाई गई है। इसका निर्माण मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग ने कराया है। दोनों दीवारों के बीच करीब 10 फीट का गैप है, जहां बड़ी मात्रा में काली मिट्टी डाली गई है।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि दोपहर से ही यहां बारिश का पानी भर रहा था। इसकी निकासी का कोई इंतजाम भी नहीं था।मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने घटना पर दुख जताया है। उन्होंने हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजन को 4-4 लाख जबकि घायलों को 50-50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया।
कलेक्टर नीरज कुमार ने कहा कि मामले की जांच एसडीएम करेंगे। कांग्रेस ने मांग की है कि दीवार कैसे गिरी, क्यों गिरी, इसकी निष्पक्षता से जांच होनी चाहिए।