सागर के वैज्ञानिकों ने बनाई सोने से महंगी चाय, जिसे पीने से थम जायेगी उम्र !
सागर के वैज्ञानिकों ने बनाई सोने से महंगी चाय, जिसे पीने से थम जायेगी उम्र !
आमतौर पर पानी और जल स्रोतों में नजर आने वाली काई, जिसे शैवाल भी कहते हैं। आपको जानकर अचरज होगा कि हमारे शरीर को स्वस्थ और जवान बनाने में ये अहम भूमिका निभाती है। सागर यूनिवर्सिटी की फॉरेंसिक साइंस क्रिमिनोलॉजी डिपार्टमेंट की असि. प्रोफेसर डॉ. वंदना विनायक और उनकी टीम ने शैवाल के जरिए हर्बल टी और स्किन केयर प्रोडक्ट तैयार किए हैं। ये ऐसे प्रोजेक्ट है,जो शरीर को अंदर और बाहर से जवान और बीमारियों से लड़ने के योग्य बनाएंगे। हर्बल टी का एक डोज शरीर के अंदर बूढी हो रही कोशिकाओं को जवान रखेंगे और धीमे पढ़ रहे कोशिका विभाजन को रोकेंगे।
वहीं स्किन केयर प्रोडक्ट त्वचा की कोशिकाओं को जवान रखेंगे। कैंसर,डायबिटीज, किसी भी तरह के दर्द और संक्रमण को रोकता है। दूसरी तरफ स्किन केयर प्रोडक्ट त्वचा को जवान और त्वचा रोगों के लिए रोकथाम करते हैं। डॉ वंदना विनायक की टीम की रिसर्च को स्किन केयर प्रोडक्ट को जर्मनी से पेटेंट मिला है। हर्बल टी के लिए उन्होंने भारत में ही पेटेंट के लिए आवेदन दिया है। इनको व्यावसायिक स्तर पर बनाए जाने के लिए फिलहाल काम चल रहा है और जल्द ही बाजार में नजर आएंगे, लैब में तैयार इस चाय अरु स्किन केयर प्रदक्त की कीमत 2500 यूएस डॉलर से ज्यादा है यानि सोने से भी ज्यादा महंगी है
डॉ वंदना विनायक बताती है कि ये एक माइक्रो एल्गी है और इसका वैज्ञानिक नाम हेमिटोकोकस लेकसट्रिस है। ये पानी में पाई जाती है और हमने इसे लोअर हिमालय से इकट्ठा किया है। हर शैवाल में कोई ना कोई पिगमेंट होता है और जब शैवाल को किसी तरह का stress होता है या दिया जाता है। तो वह लिपिड्स या पिगमेंट बनाने लगती है। इसमें एक बहुत महत्वपूर्ण पिगमेंट पाया जाता है। जिसका नाम एस्ट्राजेनथिन है।