सागर के लाखा बंजारा तालाब में अवैध मछली व्यापारी,प्रशासन की अनदेखी से व्यापारी लगा रहे लाखों का चूना
सागर का नगर निगम प्रशासन की आंखों पर काली पट्टी बांधे अपनी कृपा बरसा रहा है। जी हां इसका एक बड़ा उदाहरण सागर शहर के लाखा बंजारा झील में देखने को मिल रहा है। यहां मछली पालन करने के लिए ठेका न होने के बाद भी मछली व्यापारी तालाब में मछली पकड़ने के लिए ना सिर्फ जाल डाल रहे है बल्कि करीब 15-20 क्विंटल मछली पकड़ते है।
जिसकी कीमत लगभग 5 से 10 लाख रुपए की बताई जा रही है । ये अवैध व्यापार जमकर फल-फूल रहा है और प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं लगती है या सब मालूम होते हुए भी मौन है। बताया जा रहा है नगर निगम के कुछ कर्मचारी की मिली भगत से सब काम चल रहा है।इन निगम कर्मियों की कृपा से मछली पकड़ने के लिए दिन और रात के समय जाल डाला जाता है।
जिसमें फंसी मछलियां नाव के सहारे बाहर निकाली जाती हैं। इसकी जानकारी प्रशासन और मत्स्य विभाग को होने के बाद भी इसे रोका नही जा रह है। और नहीं कोई कार्रवाही की जा रही है। इसको लेकर नगर निगम आयुक्त राजकुमार खत्री से बात की तो उन्होंने इस में कार्रवाही की बात कही है। साथ ही कहा कि वो मछली व्यापारी और समिति को बुलाकर इस मामले में बात करेंगे।
बात दे कि ये फिलहाल मछली पकड़ने वाले व्यापारियों के पास न कोई समिति है ना कोई अध्यक्ष है और ना ही वो कोई टेक्स भरते है। इस के बाबजूद भी तालाब से मछली पकड़ने का काम जारी है। इसको लेकर मछली की लिखा पड़ी करने वालों से बात करनी चाही तो इस मामले में कुछ कहने से इंकार कर कर दिया।
वहीं आपको बता दे की लाखा बंजारा तालाब से मछली निकालकर अपना व्यापार बढ़ने में लगे हुई है। यहाँ का टेक्स ना भरकर दूसरे जगह डेम में मछली पालन किया जा रहा है। ताकि यहाँ से अगर काम भी बंद हो जाये तो वह से चलता रहे। पर इस तरह से प्रशासन को लाखों का चुना लगाया जा रहा है अब देखना होगा की नगर निगम सागर ,मत्स्य विभाग और जिला प्रशासन अब क्या कार्रवाही करता है।