कौन बनेगा वन मंत्री ? क्या गोपाल भार्गव भूपेंद्र सिंह को मिलेगा मौका, मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें तेज
विजयपुर उपचुनाव में हार के बाद रामनिवास रावत ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। बड़ा सवाल यहीं है कि प्रदेश का अगला वन मंत्री कौन होगा। मौजूदा किसी मंत्री को वन एवं पर्यावरण विभाग सौंपे जाएंगे। दूसरी तरफ मंत्रिमंडल विस्तार की सुगबुगाहट शुरु हो गई है।
एक तरफ मंत्रिमंडल में 4 पद खाली हैं, दूसरी तरफ बीजेपी के सीनियर विधायकों को मंत्री नहीं बनाया गया है। मंत्रिमंडल विस्तार होता है तो गोपाल भार्गव, अजय विश्नोई, भूपेंद्र सिंह जैसे सीनियर्स को भी मौका मिलने की उम्मीद है। वहीं पूर्व मंत्री संजय पाठक को मौका मिल सकता है। संगठन और सीएम मोहन यादव दोनों के ही करीबी 2 और नेता भी मंत्री पद की आस में हैं। वहीं रामनिवास रावत के पास दो अहम विभाग- वन और पर्यावरण विभाग थे
नौ बार के विधायक गोपाल भार्गव 2003 से 2018 तक लगातार मंत्री रही इसके बाद का मतलब सरकार में उन्हें नेता प्रतिपक्ष बनाया गया फिर शिवराज सिंह के चौथे कार्यकाल में अभी उन्हें मंत्रिमंडल में जगह मिली थी लेकिन मोहन सरकार में वह कैबिनेट से बाहर कर दिए गए ऐसे ही पूर्व गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह 2013 में पहली बार मंत्री बने थे उन्होंने राजस्व परिवहन और नगरीय प्रशासन जैसे विभाग संभाले हैं लेकिन वे भी भाजपा सरकार की कैबिनेट में जगह नहीं बना पाए थे
रावत के इस्तीफे के बाद डॉ. मोहन यादव सरकार में मंत्रियों की संख्या 30 हो गई है। इस तरह अभी मंत्रिमंडल में 4 और मंत्रियों की जगह खाली है। लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुए रामनिवास रावत को इसी साल 8 जुलाई को वन मंत्री बनाया गया था। जिसके बाद उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था। लेकिन उपचुनाव में विजयपुर से रावत हार गए। लिहाजा नैतिकता के आधार पर उन्होंने मंत्री पद छोड़ दिया है।