एमपी में धर्मांतरण का प्रयास,बजरंग दल ने रोका,10 लोगों पर एफआईआर दर्ज | sagar tv news |
एमपी के बुरहानपुर जिले के नेपानगर थाना क्षेत्र के नावरा पुलिस चौकी अंतर्गत केरपानी गांव में धर्मांतरण का मामला सामने आया है। आरोप है कि ईसाई मिशनरी द्वारा भोले-भाले आदिवासी परिवारों को प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन के लिए उकसाया जा रहा था। जैसे ही बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को इस घटना की भनक लगी, वे तुरंत मौके पर पहुंचे।
कार्यकर्ताओं ने देखा कि बड़ी संख्या में आदिवासी लोग एकत्रित थे, और उन्हें बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधाएं तथा अन्य प्रलोभन दिए जा रहे थे। कार्यकर्ताओं का आरोप है कि यह प्रक्रिया ईसाई धर्म अपनाने के उद्देश्य से चल रही थी। बजरंग दल के उमेश नंदे, गौरव महाजन और शुभम पाछे ने बताया कि केरपानी गांव से 2 किलोमीटर दूर, संतोषी माता मंदिर के पास एक आदिवासी परिवार के घर में यह गतिविधि चल रही थी।
सूचना पर नावरा चौकी की पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। इसके बाद नेपानगर थाना प्रभारी ज्ञानू जायसवाल भी दल-बल के साथ पहुंचे। पुलिस ने सभी संबंधित लोगों को पूछताछ के लिए नेपानगर थाने बुलाया। शिकायतकर्ता बलिराम पिता सिताराम, निवासी केरपानी की लिखित शिकायत पर पुलिस ने इस मामले में गंभीरता से जांच की।
प्रारंभिक जांच के बाद 10 लोगों के खिलाफ मध्यप्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के तहत नामजद एफआईआर दर्ज की गई है। बजरंग दल कार्यकर्ताओं का कहना है कि बाहर से आए लोग भोले-भाले आदिवासियों को धर्मांतरण के लिए प्रेरित कर रहे थे और धर्म विशेष का प्रचार कर रहे थे। इसके लिए आदिवासी परिवारों को मंत्र उच्चारण भी कराया जा रहा था। थाना प्रभारी ज्ञानू जायसवाल ने बताया, "धर्मांतरण के आरोपों को गंभीरता से लिया गया है।
शिकायतकर्ता की तहरीर पर 10 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। मामले की गहन जांच जारी है, और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।" धर्मांतरण का यह मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। पुलिस की सतर्कता और बजरंग दल के हस्तक्षेप ने इस प्रयास को विफल कर दिया। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है और दोषियों के खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई का भरोसा दिया गया है।