Sagar -पीले चावल देकर स्वच्छ सर्वेक्षण मेरा शहर मेरी पहचान 2024 के तहत सागर में स्वच्छता अभियान शुरू
स्वच्छ सर्वेक्षण मेरा शहर मेरी पहचान 2024 के तहत सागर में स्वच्छता अभियान शुरू किया गया है। इस अभियान का उद्देश्य शहर के नागरिकों में स्वच्छता की जागरूकता बढ़ाना है। सागर नगर निगम आयुक्त राजकुमार खत्री ने स्थानीय पुजारी, सफाईमित्रों और नागरिकों के साथ मिलकर इस अभियान की शुरुआत की। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे अपने घरों और आसपास के क्षेत्रों की साफ-सफाई में सहयोग करें। इस अभियान के तहत, नागरिकों को स्वच्छता के महत्व के बारे में जागरूक किया जाएगा। उन्हें अपने घरों में सूखे और गीले कचरे को अलग-अलग रखने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इसके अलावा, उन्हें सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग न करने और अपने आसपास के क्षेत्रों की साफ-सफाई में सहयोग करने के लिए कहा जाएगा। इस अभियान का उद्देश्य शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाना है।
इसके लिए नागरिकों की सहयोग और समर्थन की आवश्यकता है। उल्लेखनीय है की सागर का शीतलामाता मंदिर क्षेत्र, धर्मश्री क्षेत्र, मोतीनगर क्षेत्र और इससे आस-पास का इलाका घनी आवादी वाला और अधिकांश मजदूर वर्ग के रहवासियों वाला क्षेत्र है। इन क्षेत्रों में दिहाड़ी मजदूर, बीड़ी कामगार, बेलदार, रेहड़ी पटरी विक्रेता, ठेला व्यापारी आदि बड़ी संख्या में रहवासी हैं। उक्त सभी को स्वच्छता से स्वास्थ्य और स्वास्थ्य से समृद्धि के मंत्र से जोड़ने और विकास की मुख्य धारा में आगे लाने हेतु विभिन्न प्रयास निगमायुक्त श्री खत्री के मार्गदर्शन में किए जा रहे हैं। शीतलामाता मंदिर तिराहे के पास किया जा रहा सुंदर कायाकल्प कार्य साफ-सफाई से सकारात्मक बदलाव की प्रेरणा देते हुये स्थानीय रहवासियों सहित शहरवासियों में स्वच्छता की अलख जगा रहा है
शीतलामाता मंदिर के पीछे मोंगा नाला शहर के गंदे ब्लैक स्पॉट में से एक था इसके आसपास बदबूदार कचरे के ढेर दिखाई देते थे और यहां के रहवासी व राहगीर इस वातावरण में रहने गुजरने हेतु मजबूर व आदी हो चुके थे। आज जब इस मोंगा नाला और इसके आसपास मनोहारी विकासकार्य किया जा रहा है तो यहां के रहवासी बहुत प्रसन्न हैं उनका कहना है की हमने सपने में भी नहीं सोचा था की यह हमारा क्षेत्र इतना सुन्दर भी दिख सकता है। यहां के रहवासियों के रहन सहन में सकारात्मक परिवर्तन दिखाई देने लगा है दुकानदार स्वयं से अपनी दुकानों की सटर आदि साफ कर रहे हैं।
घरों गलियों के आस-पास लिपाई पुताई की जा रही है। जो रहवासी मैले कुचैले कपड़े पहनते थे वे अब कुछ रहवासी साफ-सफाई से रहने लगे हैं। नगर निगम द्वारा स्वच्छता की ओर बढ़ाया गया यह कदम न केबल शहर की सुंदरता बढ़ा रहा है बल्कि स्थानीय नागरिकों में साफ-सफाई की चेतना जगाकर स्वच्छता क्रांति से बेहतर स्वच्छ स्वस्थ व समृद्ध जीवन शैली की ओर आगे बढ़ा रहा है।