Sagar- बैंकर्स चेक से खाते में जमा करके हड़पे 45 लाख, बैंक मैनेजर सहित सात पर FIR
अलग अलग योजनाओं में लोन मंजूरी के बाद बैंक में खाते खोले गए, जिनमें बैंकर्स चेक के माध्यम से लाखों रुपए की राशि ट्रांसफर की गई। बाद में इन खातों से यह राशि चेक या दूसरे तरीकों से निकालकर हड़प ली गई। इसका खुलासा होने के बाद बैंक ऑफ बडौदा, देवरीकलां, जिला सागर के मैनेजर सहित सात लोगों पर ईओडब्ल्यू (आर्थिक अपराध ब्यूरो) ने एफआईआर दर्ज की है।
संभवतः यह प्रदेश का पहला मामला है, जिसमें बैंक मैनेजर सहित कर्मचारी भी शामिल हैं। इस बारे में ईओडब्ल्यू की सागर इकाई ने लंबी जांच के बाद बैंक ऑफ बडौदा, शाखा देवरीकलां के तत्कालीन बैंक मैनेजर राजेश टी. सिंदुके के साथ ही एनआर तिर्की, मनोज कुमार पंकज, अरुण कुमार पाण्डेय, आकाश कुमार, वीरेन्द्र कटारे, विदुर जैन ने अपनी आईडी का दुरुपयोग करके बैंक खातों से 45 लाख रुपए निकालकर हड़पे। इनके खिलाफ धारा 420, 409, 120बी भादंवि एवं 13 (1) ए, 13 (2) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में एफआईआर दर्ज की गई है।
बैंक मैनेजर सहित अन्य कर्मचारियों ने पहले तो अपात्रों से मिलीभगत करके सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के तहत ऋण प्रकरण स्वीकृत होने पर बैंक से लोन देने के लिए खाते खोले। इसके बाद बैंकर्स चेक से लोन की राशि इन खातों में शिफ्ट करके बाद में दूसरे खातों में डालकर लूज चेक या दूसरे माध्यम से राशि निकाली जाती रही। इससे बैंक की ओर से लोन राशि का प्रदाय करके टारगेट पूरा किया जाता रहा है और बाद में दूसरे खातों से राशि निकालकर बंदरबांट भी होती रही।