Sagar- गालीबाज अधिकारी के खिलाफ लाम बंद हुए पत्रकार, अब भाजपा विधायकों की नहीं सुन रहा प्रशासन
सागर में गालीबाज खनिज अधिकारी की गुंडागर्दी का वीडियो सामने आने के बाद पत्रकारों में भारी आक्रोश है, लगातार 2 दिन से अपनी नाराजगी जाहिर करने धरना प्रदर्शन चक्का जाम कर रहे हैं लेकिन ढीठ प्रशासन के कानो में जू भी नहीं रेंग रही हैं, पत्रकारों की मांग बस इतनी है कि जिस तरह चंद्र मिनट में अधिकारी की तरफ से आवेदन देने पर पत्रकार के ऊपर मामला दर्ज कर लिया गया इस तरह वीडियो सहित प्रमाण देने के बाद अधिकारी पर एफआईआर दर्ज क्यों नहीं हो रही है
इसको लेकर शुक्रवार को जिले भर के पत्रकारों ने कलेक्ट्रेट के बाहर पीली कोठी पर चक्का जाम किया जो करीब 3 घंटे तक चलता रहा कई संगठनों ने पत्रकार के साथ हुए अशोभनीय व्यवहार को लेकर अधिकारी की निंदा की और अपना समर्थन भी दिया है इसके अलावा विधायक प्रदीप लारिया ने खनिज अधिकारी पर कार्रवाई करने की मांग की है और मुख्यमंत्री मोहन यादव के लिए पत्र लिखा है उन्होंने भी इस घटना की निंदा की है इसके बाद गुरुवार को उन्होंने पीली कोठी पहुंचकर पत्रकारों से आवेदन लेकर करवाई करवाने का आश्वासन दिया और जाम को समाप्त करवाया
बता दें कि सागर की पत्रकार मुकुल शुक्ला एक खबर की सिलसिले में खनिज अधिकारी के पास इंटरव्यू करने पहुंचे थे लेकिन सवाल सुनते ही वह भड़क गए और उन्होंने उसका मोबाइल छीनकर जमीन पर पटक दिया और फिर गाली गलौज करते हुए मारपीट करने की कोशिश की
इस वीडियो को देखने के बाद नौ बार के विधायक गोपाल भार्गव ने भी कहा कि अधिकारी का यह बर्ताव सही नहीं है तत्काल उन्होंने कलेक्टर और एसपी से बात की थी लेकिन इसके बाद भी उन्होंने कोई एक्शन नहीं लिया,