फिल्मी स्टाइल में लकड़ी तस्करी का मामला आया सामने, CCTV में कैद आरोपी
मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में बेशकीमती अवैध सागोन की तस्करी करने वाले तस्करों के हौसले लगातार बुलंद हैं। पन्ना में फिल्मी स्टाइल में एक ऐसा ही मामला सामने आया जब विश्रामगंज रेंजर नितिन राजोरिया को मुखबिर से सूचना मिली कि कुछ सागौन तस्कर चार पहिया वाहनों में सागौन की सिल्लियां लोड कर पन्ना की ओर ले जाने को तैयार हैं। मुखबिर द्वारा सूचना मिलने पर रेंजर ने सागौन तस्करों को दबोचने के लिए अपना जाल बिछाया और पन्ना-अजयगढ बाईपास पर चैकिंग लगाई। जैसे ही एक सफेद रंग की संदिग्ध टवेरा कार दिखी, वन अमले ने तत्काल घेराबंदी कर पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन तस्कर वन कर्मियों को चकमा देकर पन्ना के धाम मोहल्ला की तरफ घुस गए।
रेंजर नितिन राजोरिया के नेतृत्व में वन अमले ने टवेरा कार का दो किलोमीटर दूर तक पीछा किया। वन अमले द्वारा पीछा करते देख लकड़ी तस्कर पन्ना के रिहायशी इलाके धाम मुहल्ले में घुस गए। लेकिन तंग गलियों को देख स्पीड में उनका वाहन अनियंत्रित होकर गाली में खड़ी दो बाइकों को कुचल कर खंबे से टकरा गई। जिसमें आसपास खड़े लोग बाल बाल बच गए। तस्करों की कार जैसे ही खंभे से टकराई, वैसे ही एक एक कर छः लकड़ी तस्कर कार से उतर कर फरार हो गए। इस बीच रेंजर ने कहा, रुक जाओ बर्ना गोली मार दूंगा। फिर भी वन अमला उन्हें रोक नहीं सका। इसका सीसी टीव्ही फुटेज भी सामने आया है।
फिल्मी स्टाइल में लकड़ी तस्करों की घटना के बाद पन्ना में हड़कंप मच गया। वन विभाग द्वारा अब सभी आरोपियों को पकड़ाए जाने के लिए पन्ना पुलिस से भी मदद ली जा रही है। बतादें कि इन लकड़ी तस्करों को दबोचने के लिए वनकर्मी भी पूरी तरह से कमर कस कर आए थे जिन्होंने इस गाड़ी का पीछा किया। वन अमले के द्वारा सागौन की सिल्लियों से लोड टवेरा को अपने कब्जे में ले लिया गया है, जिसमें दो एंड्राइड मोबाइल भी मिले हैं। ओर बहन के दस्तावेज भी पाए गए हे, जिससे आरोपियों की पहचान होने की संभावना जताई गई है।