पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह ने माना करोड़पति कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा की नियुक्ति नियम के खिलाफ हुई
मध्य प्रदेश के एक करोड़पति कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा के मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है। सागर जिले के पूर्व मंत्री और खुरई विधानसभा के भूपेंद्र सिंह ने माना है कि सौरभ शर्मा की नियुक्ति नियम के खिलाफ थी। भूपेंद्र सिंह ने विधानसभा में कहा कि सौरभ शर्मा की नियुक्ति के लिए उन्होंने कोई नोटशीट नहीं लिखी थी। उन्होंने यह भी कहा कि नियम के अनुसार सौरभ शर्मा की नियुक्ति हो ही नहीं सकती थी।
इस मामले में उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह पर आरोप लगाया था कि उन्होंने सौरभ शर्मा की नियुक्ति के लिए नोटशीट लिखी थी। लेकिन भूपेंद्र सिंह ने इस आरोप को नकार दिया है। भूपेंद्र सिंह ने कहा कि सौरभ शर्मा की नियुक्ति के समय उन्होंने न तो नियुक्ति की और न ही पोस्टिंग की। उन्होंने यह भी कहा कि मेरे समय में किसी चेकपोस्ट पर उसकी पोस्टिंग नहीं हुई। 2018 तक मैं मंत्री रहा।
उसमें भी 6 महीने आचार संहिता लागू थी। उस समय पोस्टिंग नहीं हुई फिर मैं दोषी कहां से हो गया? इस मामले में हेमंत कटारे ने कहा है कि सौरभ शर्मा ने नौकरी में रहते हुए बेहिसाब संपत्ति कैसे अर्जित की गई? बच्चे अमेरिका में पढ़ रहे हैं, खुद विदेशी दौरों का आनंद ले रहे हैं। जनता को जवाबदेही से वंचित किया जा रहा है। इन सवालों के जवाब देने का वक्त आ गया है।