सागर जबलपुर मार्ग 4 घंटे से ठप्प, सैकड़ो नाराज लोग सड़क पर उतरे बीएमसी में बच्ची के ज-लने का मामला
सागर जिले के मेडिकल कॉलेज में एक 18 महीने की बच्ची की डॉक्टरों की लापरवाही की वजह से जान चली गई जिसके बाद परिजनों ने सानौधा तिराहे पर जाम लगा दिया ह, सागर जबलपुर मार्ग पूरी तरह से ठप हो गया है, सैकड़ो लोग नाराज होकर सड़क पर उतर आए हैं लापरवाही करने वाले डॉक्टर को मेडिकल कॉलेज से हटाने और जिस स्टाफ के द्वारा बच्ची के माता-पिता से अभद्रता की गई है मारपीट की गई है उन पर कार्रवाई करने की मांग की जा रही है मौके पर एसडीओपी और एसडीएम अदिति यादव पहुंची है जिन्होंने चक्का जाम करने वाले लोगों को समझने की कोशिश की लेकिन वे अपनी मांगों पर पड़े हुए हैं सड़क पर बैठे हुए लोग मौके पर कलेक्टर और विधायक को बुलाने की मांग कर रहे हैं इसके अलावा भी पीड़ित परिवार को 25 लाख की आर्थिक सहायता देने की मांग कर रहे
बता दें कि सनोदा गांव की रहने वाले अरुण अहिरवार ने 19 मार्च को अपनी 18 महीने की बेटी को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया था उसे बुखार और निमोनिया की शिकायत की लेकिन आप है कि डॉक्टरों ने उसे वार्मर मशीन में रखा, लेकिन फिर उसके स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं दिया गया जिसकी वजह से बच्ची की जलकर मौत हो गई और इस घटना को छुपाने के लिए बच्ची के पैर में पट्टियां बांध दी गई थी, जब परिजनों ने सवाल किया तो उनके साथ मारपीट की गई, हालांकि इस मामले में मेडिकल कॉलेज प्रबंधन के द्वारा तीन सदस्य जांच कमेटी बना दी गई है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कार्यवाही करने की बात कही जा रही है खबर लेकर जाने तक 4 घंटे से चक्का जाम जारी है जिससे दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लगी हुई है