DPS Sagar में राष्ट्रीय शतरंज टूर्नामेंट का आगाज, देशभर से 300 खिलाड़ी पहुंचे
दिल्ली पब्लिक स्कूल डीपीएस सागर में फर्स्ट चेस फॉर एवरीवन नेशनल एफआईडीई रेटिंग टूर्नामेंट का भव्य शुभारंभ हुआ। पाँच दिवसीय इस टूर्नामेंट में देशभर के 18 राज्यों से करीब 300 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। टूर्नामेंट का उद्घाटन क्रिकेट एसोसिएशन डिवीजन सागर के चेयरमैन के.एस. पित्तरे, चीफ आर्बिटर यशपाल अरोरा, डीपीएस सागर के निदेशक इंजीनियर राहुल सराफ और प्राचार्य डॉ. रविकांत बाजपेयी ने फीता काटकर किया। इस दौरान उन्होंने खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं और टूर्नामेंट की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया।
डीपीएस सागर के निदेशक इंजी. राहुल सराफ ने बताया कि,"हम हमेशा से सागर में शतरंज को बढ़ावा देने का प्रयास कर रहे हैं। पहले भी विद्यालय और डिवीजन स्तर पर टूर्नामेंट आयोजित किए गए थे, लेकिन इस बार हमने राष्ट्रीय स्तर पर आयोजन किया है। यह टूर्नामेंट सागर को शतरंज के क्षेत्र में नई पहचान देगा। प्रतियोगियों के लिए सिर्फ ₹250 एंट्री फीस रखी गई है और उनके रहने-खाने की संपूर्ण व्यवस्था की गई है।" डीपीएस सागर के प्राचार्य डॉ. रविकांत बाजपेयी ने जानकारी दी कि, "इस टूर्नामेंट के लिए स्वीडन सहित कई अन्य देशों से भी खिलाड़ियों ने आवेदन किया था, लेकिन यह आयोजन फिलहाल केवल भारतीय प्रतिभागियों के लिए रखा गया है। भविष्य में इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर तक बढ़ाने की योजना है।"
चीफ आर्बिटर यशपाल अरोरा ने बताया कि यह ओपन टूर्नामेंट है, जिसमें 5 साल के बच्चों से लेकर 70 साल तक के खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। टूर्नामेंट अखिल भारतीय शतरंज महासंघ (AICF) और जिला शतरंज संघ सागर के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है, जो 23 से 27 मार्च 2025 तक चलेगा। टूर्नामेंट के हेड अंकुर सिंह ठाकुर के अनुसार, कुल 9 चक्रों (राउंड) के मुकाबले खेले जाएंगे। पहले दिन दो चक्र पूरे हुए, जिसमें अधिकतर वरीयता प्राप्त खिलाड़ियों ने जीत दर्ज की। हालांकि, एक बड़ा उलटफेर देखने को मिला जब सागर की 11 वर्षीय अनुकृति यादव ने अनुभवी खिलाड़ी मुरारी लाल सकवार को ड्रॉ पर रोक दिया। प्रतियोगिता में निर्णायक के रूप में अंकुर सिंह ठाकुर, शुभम परेता, आयुष्मान सैनी (सागर), नकुल सिंह चौधरी (उत्तर प्रदेश), और कुलदीप चौहान (राजस्थान) शामिल हैं।
टूर्नामेंट की झलकियांमें रहे देशभर के 18 राज्यों से 300 खिलाड़ी पहुंचे, सागर को राष्ट्रीय शतरंज के केंद्र के रूप में पहचान दिलाने की पहल, हर उम्र के खिलाड़ी ले रहे हिस्सा 5 से 70 वर्ष तक, पहले दिन दो चक्र खेले गए, 11 वर्षीय अनुकृति ने किया बड़ा उलटफेर, डीपीएस सागर द्वारा खेल को प्रोत्साहित करने का सराहनीय प्रयास