सागर-भाजपा पार्षद नदारद, कांग्रेस ने मटका फोड़कर किया विरोध प्रदर्शन, पानी की समस्या को लेकर हंगामा
सागर जिले की बीना नगर पालिका परिषद में शुक्रवार को 14 बिंदुओं को लेकर महत्वपूर्ण साधारण सभा की बैठक आयोजित होनी थी, लेकिन बैठक से भाजपा के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सभी पार्षद नदारद रहे। वहीं, कांग्रेस पार्षद नियत समय पर बैठक में पहुंच गए और नगर पालिका के गेट पर काले कपड़े पहनकर मटका फोड़कर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। बीना शहर में पानी की पाइप लाइन खुदाई के कारण पिछले चार दिनों से पानी की सप्लाई ठप है। इससे जनता को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन नगर पालिका प्रशासन इस पर ध्यान नहीं दे रहा। इसी मुद्दे को लेकर कांग्रेस के पार्षद विरोध जताने बैठक में पहुंचे थे।
बैठक शुरू होने के निर्धारित समय पर कांग्रेस के पार्षद सभागृह में पहुंच गए, लेकिन भाजपा के उपाध्यक्ष सहित सभी पार्षद बैठक से नदारद रहे। करीब एक घंटे की देरी के बाद नगर पालिका अध्यक्ष लता सकवार और सीएमओ आर.के. जगनेरिया पहुंचे, लेकिन कांग्रेस पार्षदों की नाराजगी सुनकर महज 10 मिनट में ही बैठक छोड़कर चले गए।भाजपा के पार्षदों के नहीं आने और नगर पालिका प्रशासन की उदासीनता के कारण कोरम पूरा नहीं हो पाया और बैठक स्थगित कर दी गई।
बैठक स्थगित होने के बाद कांग्रेस पार्षदों ने नगर पालिका के गेट के बाहर मटका फोड़कर प्रदर्शन किया। उन्होंने आरोप लगाया कि शहर में पानी की भारी किल्लत होने के बावजूद नगर पालिका कोई ठोस कदम नहीं उठा रही। भाजपा पार्षद केवल बहानेबाजी कर रहे हैं और जनता की समस्याओं से मुंह मोड़ रहे हैं। नगर पालिका प्रशासन पूरी तरह असफल साबित हो रहा है। कांग्रेस पार्षद अध्यक्ष और सीएमओ की कुर्सियों पर बैठकर विरोध जताने लगे। प्रदर्शन के दौरान नानक वार्ड के पार्षद ने भी अपनी समस्या रखी, लेकिन अध्यक्ष और सीएमओ बिना जवाब दिए बैठक छोड़कर चले गए।
जब मीडिया ने बैठक में भाजपा पार्षदों के नहीं आने का कारण पूछा तो नगर पालिका अध्यक्ष लता सकवार ने कहा "जब तक शहर की पानी की समस्या हल नहीं होगी, तब तक बैठक में नहीं आएंगे।" सीएमओ आर.के. जगनेरिया ने सफाई देते हुए कहा "शहर में ऐसी कोई पानी की समस्या नहीं है, कांग्रेस बेवजह मुद्दा बना रही है।" कांग्रेस नेता प्रशांत राय (नेता प्रतिपक्ष) ने आरोप लगाया "भाजपा पार्षद जानबूझकर बैठक से गायब रहे, क्योंकि वे जनता की समस्याओं का सामना नहीं करना चाहते।
बीना नगर पालिका की महत्वपूर्ण बजट बैठक और 14 प्रस्तावों को लेकर चर्चा होनी थी, लेकिन भाजपा पार्षदों के नहीं पहुंचने से बैठक स्थगित हो गई। इससे शहर में राजनीतिक चर्चाएं तेज हो गई हैं। अब देखना होगा कि नगर पालिका प्रशासन पानी की समस्या पर क्या कदम उठाता है और भाजपा पार्षद अगली बैठक में शामिल होते हैं या नहीं। शहर की जनता को कब मिलेगा पानी? क्या भाजपा पार्षद अगली बैठक में आएंगे? अपने विचार कमेंट में बताएं!