Sagar- BMC में बड़ी घ-टना, माइक्रोबायोलॉजी लैब से आई तेज आवाज और फिर बाल-बाल ब-चे छात्र
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज सागर में बुधवार को माइक्रोबायोलॉजी लैब में बड़ा हादसा होते-होते बच गया। ऑटोक्लेव मशीन में धमाका हो गया, जिसकी तेज आवाज डीन ऑफिस तक सुनाई दी। इस हादसे में डी.एम.एल.टी के छात्र और कर्मचारी बाल-बाल बच गए। माइक्रोबायोलॉजी लैब में सैंपल प्रोसेसिंग के दौरान कर्मचारी ऑटोक्लेव मशीन का उपयोग कर रहे थे। अचानक मशीन में ब्लास्ट हो गया, जिससे पूरे लैब में अफरा-तफरी मच गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, धमाका इतना तेज था कि इसकी गूंज डीन ऑफिस तक सुनाई दी। शुरुआती जांच में सामने आया है कि मशीन में अत्यधिक प्रेशर बनने से भी यह हादसा हुआ।
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज पहले भी कई विवादों में रह चुका है। हाल ही में एक बच्ची की जान जाने के मामले में BMC प्रशासन पर सवाल उठे थे। मशीनों के मेंटेनेंस की जिम्मेदारी किसकी है? आउटसोर्स कर्मचारियों के भरोसे महत्वपूर्ण कार्य किए जा रहे हैं। हादसे के बाद प्रबंधन मामले को दबाने में लगा है, किसी भी अधिकारी ने इस पर बयान नहीं दिया। डी.एम.एल.टी के छात्रों ने बताया कि हादसे में अगर कोई पास होता तो बड़ा नुकसान हो सकता था। कॉलेज के कर्मचारी और छात्र प्रबंधन की लापरवाही को लेकर नाराज हैं। क्या बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया जा रहा?
मशीनों का मेंटेनेंस किया जाता है या नहीं? क्या सुरक्षा नियमों की अनदेखी हो रही है? आउटसोर्स कर्मचारियों के भरोसे पूरा सिस्टम क्यों चल रहा है? क्या प्रशासन अब कोई कार्रवाई करेगा?
अब देखना होगा कि बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए क्या कदम उठाता है। प्रशासन को चाहिए कि सभी मशीनों का नियमित मेंटेनेंस हो और सुरक्षा नियमों का पालन किया जाए। क्या बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज प्रशासन लापरवाह है? अपनी राय कमेंट में दें!