फर्जी डॉक्टर कोर्ट में , नकली डिग्री दिखा तीन राज्यों में किए ढेरों इलाज, 20 साल बाद ऐसे खुला राज
एमपी के दमोह के मिशन अस्पताल में 7 हार्ट पेशेंट की जान जाने के मामले में आरोपी डॉक्टर नरेंद्र जॉन केम को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी डॉक्टर के फर्जी डॉक्यूमेंट्स का खुलासा हुआ है, जिसमें पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी के फर्जी हस्ताक्षर मिले हैं। आरोपी डॉक्टर की कार्डियोलॉजिस्ट की डिग्री में पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी के फर्जी हस्ताक्षर मिले हैं। जांच में पता चला कि डॉक्टर की डिग्री पॉन्डिचेरी विश्वविद्यालय से नहीं है, जैसा कि दावा किया गया था। इसके अलावा, डॉक्टर के पासपोर्ट से पता चलता है कि वह जर्मनी गया था, लेकिन उसने उत्तराखंड का रहने वाला होने का दावा किया था।
पुलिस ने आरोपी डॉक्टर को प्रयागराज से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि डॉक्टर ने अपने फर्जी डॉक्यूमेंट्स के आधार पर मिशन अस्पताल में नौकरी हासिल की थी और 15 हार्ट ऑपरेशन किए थे, जिसमें 7 मरीजों की जान चली गई थी। पुलिस ने बताया कि अस्पताल की भूमिका की भी जांच की जा रही है। अस्पताल ने डॉक्टर की जानकारी नहीं दी थी, जब उनसे फरवरी में जानकारी मांगी गई थी। इसके अलावा, अस्पताल ने डॉक्टर के डॉक्यूमेंट्स की जांच नहीं की थी, जो फर्जी निकले।
पुलिस ने आरोपी डॉक्टर को कोर्ट में पेश किया है, जहां से उसे 5 दिन की रिमांड पर भेज दिया गया है। पुलिस ने बताया कि आगे की जांच की जा रही है और अस्पताल की भूमिका की भी जांच की जाएगी। मामला सामने आने के बाद राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के सदस्य प्रियंक कानूनगो ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट की थी, जिसमें उन्होंने मामले की जांच की मांग की थी। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी डॉक्टर को गिरफ्तार किया है।