सागर में प्रत्येक सोमवार को गंगा आरती में मुख्य यजमान बन सकते हैं नागरिकजन देखिये कैसे sagar tv news
सागर में नगर निगम आयुक्त एवं स्मार्ट सिटी सह कार्यकारी निदेशक राजकुमार खत्री के मार्गदर्शन में ऐतिहासिक लाखा बंजारा झील को स्वच्छ और सुंदर बनाए रखने के उद्देश्य से अगस्त माह से प्रत्येक सोमवार को लगातार की जा रही गंगा आरती में बड़ी संख्या में नागरिकों में उत्साह देखने को मिल रहा है। चकराघाट स्थित विट्ठल मंदिर के सामने आयोजित इस गंगा आरती में शामिल होने के लिए श्रद्धालुजन बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं।
गंगा आरती के पूर्व शाम से ही श्रद्धालुजन चकरा घाट पर गंगा आरती की प्रतीक्षा करते हैं और आरती प्रारंभ होने से संपन्न होने तक भक्तिभाव के साथ धर्म लाभ अर्जित कर रहे हैं। प्रत्येक सोमवार को श्रद्धालुओं की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है और नागरिकगण झील एवं शहर की स्वच्छता के प्रति जागरूक हो रहे हैं।
गंगा आरती के दौरान उपस्थित श्रद्धालुओं से अपील की गई कि चकराघाट स्थित सभी मंदिरों में पूजन उपरांत विसर्जित की जाने वाली फूल-मालाएं, हवन सामग्री आदि को तालाब में न डालें। उस सामग्री को डालने के लिए चकराघाट पर निर्मल कुंड बनाए गए हैं उनमें ही डाले और ऐतिहासिक लाखा बंजारा झील को स्वच्छ रखने में सहयोग प्रदान करें। गंगा आरती में शहर के जो भी सम्माननीय नागरिकजन यजमान बनना चाहते हैं वे आरती के आधा घंटा पहले आरती स्थल पर संपर्क कर मुख्य यजमान बन सकते हैं। प्रत्येक सोमवार को गंगा आरती में मुख्य यजमान बनने का अवसर नागरिकों को मिल रहा है।
गंगा नदी को पौराणिक मान्यताओं के अनुसार हिमालय की पुत्री माना गया है और भगवान विष्णु के नख से निकला माना गया है। गंगा आरती का अपना एक धार्मिक महत्व है और यह गंगा नदी के प्रति हमारी श्रद्धा और मान्यताओं को दर्शाता है। गंगा आरती में शामिल होकर नागरिकगण न केवल धर्म लाभ अर्जित कर रहे हैं बल्कि झील एवं शहर की स्वच्छता के प्रति भी जागरूक हो रहे हैं ¹।